मध्य प्रदेश

मैं वह हूं, जो चाहूं तो शराब का नामोनिशान दुनिया से मिटा दूं, लेकिन मैं मान जाती हूं, गम खा जाती हूं: उमा भारती

उमा बोलीं- मैं चाहती हूं कि मध्यप्रदेश शराब नीति में मॉडल बन जाए

बैतूल। भाजपा की फायर ब्रांड नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा- मैं वह हूं, जो चाहूं तो शराब का नामोनिशान दुनिया से मिटा दूं, लेकिन मैं मान जाती हूं। गम खा जाती हूं। नियंत्रित वितरण प्रणाली हो। बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन वहां जहरीली शराब से लोग मारे गए। जहरीली शराब का माफिया अलग है। इसका संबंध शराबबंदी से नहीं है। यह पनपता है पुलिस-प्रशासन, नेता के गठजोड़ से, सब माफिया की जेब में पड़े हैं। मैं चाहती हूं कि मध्यप्रदेश शराब नीति में मॉडल बन जाए।

शराब माफिया की जेब में पुलिस-प्रशासन व नेता

उमा भारती सोमवार को नागपुर से सलकनपुर जाते हुए बैतूल में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि उन्हें जान का खतरा है। इस देश में शराब माफिया, खनन माफिया और पॉवर जनरेशन माफिया… यह ऐसे महादैत्य हैं, जो देश को निगल जाने को आतुर हैं, लेकिन मोदी जी इसको समझते हैं। यही मेरे पीछे पड़ गए।

मधुशाला नहीं, गौशाला की ओर चलो, शराब नहीं, दूध पियो

उमा ने आगे कहा- वे आज से नई बात कहना शुरू कर रही हैं। शराब नहीं, देशी गाय का दूध पियो। मधुशाला से गौशाला की ओर चलो। मधुशाला बंद करो, गौशाला खोलते जाओ। वह गाय, जिन्हें किसान रखने में समर्थ थे, वह खत्म हो गए। चरवाहे नहीं बचे, गाय को बांधने की जगह नहीं रही। इन तीनों की व्यवस्था करनी पड़ेगी। गाय सहारा देती है, बोझ नहीं बनती। ऑर्गेनिक खेती मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ी है। इसमें सरकार का योगदान रहा है, जितनी ऑर्गेनिक खेती बढ़ेगी, उतनी ही गाय की रक्षा बढ़ेगी।

उमा ने शीघ्र नई शराब नीति आने का जताया भरोसा

उमा ने जल्द ही मध्यप्रदेश में नई शराब नीति लागू होने का भरोसा जताते हुए कहा कि पिछले साल जो नीति घोषित हुई थी, उसमें कई खामियां थीं। शिवराज सिंह चौहान का बड़प्पन था कि उन्होंने इसे खुलेआम स्वीकार किया। इसके बाद यह तय किया गया था कि वीडी शर्मा संगठन की तरफ से, शिवराज सरकार की तरफ से और मैं जनमानस की तरफ से परामर्श के लिए बैठेंगे। फिर नई शराब नीति आएगी, जिसमें नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली होगी। उसमें खामी नहीं होगी। अभी कई खामियां हैं। जैसे अहातों में बैठकर पिलाना, धर्म स्थलों के पास शराब की दुकान होना, शिक्षालय से आधा किलोमीटर की दूरी पर शराब की दुकान हो, जो 5 बजे के बाद खुले। मजदूरों की बस्ती के पास शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए। स्कूलों, अदालतों, अस्पतालों के पास भी शराब की दुकान नहीं होना चाहिए। वे इंतजार कर रही हैं कि परामर्श के लिए बैठक की जाए।

उमा बोलीं: ‘राहुल भारत जोड़ने पर गंभीर हैं तो पीओके को जोड़ें

उमा भारती ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि यह मीडिया को आकलन करना है कि भारत जोड़ो यात्रा कितनी सफल है। मुझे यही समझ नहीं आता कि भारत जोड़ना क्यों है? भारत टूटा कहां से है? जोड़ने की बात तब आएगी, जब वह टूटा हो। टूटा वह तब था, जब पाकिस्तान बना। कहें तो राहुल गांधी के नाना के समय यह टूटा था। हमने तो अनुच्छेद 370 हटाकर उसे जोड़ लिया है। हम तो जोड़ने का काम कर रहे हैं। राहुल अगर सिंसियर हैं, भारत जोड़ो के लिए तो एक चीज जोड़ना बहुत जरूरी है। पाक अधिकृत कश्मीर। इसलिए राहुल को संदेश भेजती हूं कि भारत जोड़ने में एक चीज शेष है, वह है पाक अधिकृत कश्मीर। कृपया इस यात्रा को वहां तक ले जाइए, उसे जोड़कर ही वापस लौटिए… नहीं तो मत लौटिए।

संविदाकर्मियों का समर्थन

उमा ने संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का समर्थन करते हुए कहा है कि वे उनके साथ हैं। संविदाकर्मी 15 दिसंबर से आंदोलन कर रहे हैं। इसका समाधान निकलना जरूरी है। मैं शिवराज जी से इस संबंध में बात करूंगी।

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