राजधानी के इस अस्पताल को घाटे से उबारने मुफ्त इलाज बंद कर रहे- स्वास्थ्य मंत्री ने दिया बयान
रायपुर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बयान जारी कर कहा है कि राजधानी की डीकेएस अस्पताल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है उसे सुधारने की दिशा मुफ्त इलाज बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है। अब मुफ्त इलाज के लिए मुख्यमंत्री की अनुशंसा लेनी होगी और संजीवनी कोष से इलाज होगा। दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि इस अस्पताल की माली हालत काफी खराब हो चुकी है और बिजली बिल जैसे अनिवार्य जरूरतों के लिए भी पैसे नहीं है। इसी के चलते मुफ्त इलाज जारी रखना संभव नहीं हो पा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि भाजपा सरकार के दौरान डीकेएस अस्पताल को एक स्वायत्त संस्था के रूप में पंजीकृत किया था इसलिए डीकेएस अस्पताल सिर्फ नाम के लिए सरकारी है, वास्तविक स्वरूप उसका स्वायत्त है। यहां की वर्तमान स्थिति ऐसी है कि खर्चा 2 करोड़ के आसपास है जबकि आमदनी मुश्किल से 50 लाख है। ऐसे में फ्री इलाज तभी संभव होगा जब संजीवनी कोष से राशि मिलेगी या मुख्यमंत्री अनुशंसा करेंगे। अन्यथा जो भी प्रकरण आएंगे, बिना संजीवनी कोष के उसे डीकेएस स्वीकृत नहीं कर पाएगा। हालाकि स्थिति को सुधारने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी ओर से कुछ निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिया है लेकिन फिलहाल तो मुफ्त इलाज बंद किया जा रहा है।