अंडर गारमेंट और पैंट में छुपा रखा था 50 लाख का सोना, पुलिस ने तलाशी ली तो टपकने लगे जेवर …
ग्वालियर. शिवराज में इन दिनों ट्रेनों के जरिए सोने की तस्करी का गोरखधंधा चल रहा है. ग्वालियर-आगरा-झांसी रेलवे ट्रेक तस्करों की मनपसंद बना हुआ है. ग्वालियर जीआरपी ने एक कारोबारी को गिरफ्तार कर उसके पास से 50 लाख रुपए की कीमत का सोना पकड़ा है. कारोबारी ने अपनी कमर में कपड़े के जरिए सोना छुपा रखा था. जीआरपी ने सोने की चेन और बिस्किट सहित 900 ग्राम सोना जब्त किया है. कारोबारी सागर से ये सोना लेकर ग्वालियर आया था. जीआरपी की पूछताछ में उसने बताया कि ये ज्वेलरी सैम्पल के तौर पर रखते हैं. वो सागर और झांसी से ऑर्डर लेकर आता है. फिर ग्वालियर से गहने बनाकर सप्लाई करता है.
जीआरपी थाना प्रभारी बबीता कठेरिया ने बताया कि मुखबिर से खबर मिली थी कि एक व्यक्ति ट्रेन से सोना लेकर प्लेटफार्म नम्बर एक पर आने वाला है. सूचना के बाद एक नम्बर प्लेटफार्म पर निगरानी बढ़ा दी गई. चेकिंग के दौरान हुलिए के आधार पर एक व्यक्ति को जीआरपी के जवानों ने रोका. लेकिन वो जीआरपी को देखकर भागने लगा. जीआरपी ने उसे दबोच लिया. पकड़े गए व्यवसायी का नाम योगेश नागिल है. वह ग्वालियर का रहने वाला है. इसके बाद उसे थाने लाकर तलाशी ली गई. उसने पैंट के नीचे कमर पर कपड़ा बांध रखा था उसमें जेवर रखे थे. कपड़े को जीआरपी ने खोला तो उसमें से सोने की चेन और सोने के बिस्किट गिरने लगे.
पूछताछ में योगेश नागिल ने बताया कि वो सोने की ज्वेलरी बनाकर बेचता है. ग्वालियर से वो सागर, झांसी और भी कई शहरों में आर्डर लेने जाता है. वह व्यापारियों को सैंपल दिखाकर ऑर्डर लेता है. उसके पास जो बिस्किट और ज्वेलरी मिली है वो सैम्पल की है, लेकिन जब ज्वेलरी के बिल आदि दस्तावेज नहीं मिले, तो जीआरपी ने मामले की जानकरी जीएसटी डिपार्टमेंट को दी. जीएसटी ने कारोबारी को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में ले लिया है.
ग्वालियर से झांसी और आगरा में सोने की तस्करी के लिए ट्रेन बड़ा जरिया बन गई है. बीते एक साल में जीआरपी ने ट्रेन से सोने के जेवरात की तस्करी के करीब छह मामले पकड़े हैं. थाना प्रभारी बबीता कठेरिया का कहना है दो नंबर का माल ट्रेनों से तस्करी करने की सूचनाएं मिल रही थीं. त्यौहार के समय ये गतिविधियां बढ़ जाती हैं. यही वजह है कि रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेनों में भी चैकिंग अभियान लगातार चलाया जा रहा है.