मध्य प्रदेश

जी-20 बैठक दूसरा दिन: सिंधिया बोले- कृषि क्षेत्र में एमपी ने 18 सालों में काफी प्रगति की

भारत की अध्यक्षता में हो रही है जी 20 समूह देशों के कृषि समूह की पहली बैठक

इंदौर। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारत के कृषि उत्पादों को तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए हवाई सुविधाएं काफी सफल रही हैं। देश में इसके लिए कृषि उड़ान सेवा को बड़ी सफलता मिली है। इससे कृषि उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में और यहां तक कि नार्थ ईस्ट के इलाकों के नींबू, कटहल और अंगूर को देश के साथ ही विदेशों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए कृषि का महत्व पता चल चुका है। मध्यप्रदेश ने पिछले 18 वर्षों में कृषि क्षेत्र में जो प्रगति की है, वो सबको पता है।

श्री सिंधिया मंगलवार को सुबह इंदौर में हो रहे जी 20 समूह देशों के कृषि समूह की मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम कृषि उड़ान योजना के अंतर्गत 21 और एयरपोर्ट को शामिल करने के लिए रक्षा मंत्रालय से बात कर रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि कृषि उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थानों तक पहुंचाने के लिए विशेष हवाई सुविधाओं की कृषि उड़ान योजना को काफी सफलता मिली है। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि उत्तर-पूर्व में लगने वाले नींबू, कटहल और अंगूर को न केवल देश के अन्य हिस्सों में, बल्कि जर्मनी, लंदन, सिंगापुर और फिलीपींस जैसे अन्य देशों में भी इसके जरिए पहुंचाया जाता है।

मोटे अनाज और ड्रोन पॉलिसी को लेकर यह बोले सिंधिया

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस साल को ‘इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर’ घोषित किया गया है। सिंधिया ने कहा कि भारत की पुरानी विरासत और हजारों वर्ष पुरानी मोटे अनाज की संस्कृति का लाभ हर एक मनुष्य को मिल पाए, इसके लिए भी चर्चा की गई है। जी-20 के सभी देश एक साथ मिलकर दुनिया को एक नया रोडमैप तैयार कर कृषि के क्षेत्र में देंगे। हमें उम्मीद है कि विचार मंथन से जो निचोड़ निकलेगा, उससे कृषि क्षेत्र को वृहद आयाम मिलेंगे। हम 2023 तक ग्लोबल ड्रोन हब बन जाएंगे। कृषि क्षेत्र में भी इसका उपयोग होगा। हम ड्रोन पॉलिसी भी बना रहे हैं।

मध्यप्रदेश 5 बड़े दूध उत्पादकों में से एक

श्री सिंधिया ने कहा कि आज मध्यप्रदेश देशभर में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला राज्य बन गया है। पहले इस राज्य में 165 लाख टन दूध का उत्पादन होता था। अब मध्यप्रदेश में 619 लाख टन दूध का उत्पादन हो रहा है। यानी यहां दूध उत्पादन में 400 गुना की बढ़ोतरी हो गई है।

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