मध्य प्रदेश

जेसीबी और मिक्सर मशीन की मदद से बनाई जा रही भोजन प्रसादी, लाखों श्रद्धालुओं को बांटा जा रहा प्रसाद

भिंड। किसी भी बड़े से बड़े आयोजन में आपने आम तौर पर कढ़ाई और बड़े बर्तनों में खाना बनते देखा होगा, शिरडी के साईं बाबा के दरबार, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी संस्थान के मुख्यालय माउंटआबू जैसे स्थानों पर ऑटोमेटिक मशीनों से भी भोजन बनते देखा होगा, लेकिन रोड, ब्रिज और भवन बनाने वाली जेसीबी और कॉंक्रीट मिक्सर जैसी मशीनों से भोजन तैयार होते शायद ही देखा होगा।

जी हां, भिंड जिले के सबसे बड़े धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में यही हो रहा है। यहां सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर मशीन में बूंदी बनाने के लिए शक्कर और बेसन डाला जा रहा है, तो मालपुए का घोल भी बनाया जा रहा है। वहीं, विशालकाय कड़ाहे में पक रही सब्ज़ी को जेसीबी से ट्रैक्टर में डाला जा रहा है।  जबकि, खाना बनने वाले स्थल से भंडारे वाली जगह तक पूड़ी, सब्ज़ी व अन्य सामग्री ट्रैक्टर ट्रॉलियों के ज़रिये भेजी जा रही है. ये अनूठा तरीका लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था बनाने के लिए अपनाया जा रहा है। दरअसल, यहां 15 नवम्बर से 11 दिवसीय ‘सियपिय मिलन समारोह’ चल रहा है। इसमें बागेश्वर धाम के महंत और प्रख्यात कथा वाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रवचन चल रहे हैं। प्रवचन सुनने और महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक झलक पाने के लिए मध्यप्रदेश के साथ ही देशभर से लोग पहुंच रहे हैं। इन श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था की जा रही है, जिसे तैयार करने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का सहारा लिया जा रहा है।

वीडियो हो रहा वायरल

दंदरौआ धाम में हर दिन होने वाले भंडारे के लिए करीब 400 क्विंटल आटा और गुड़ के मालपुआ तथा कई क्विंटल सब्जी बनाई जाती है। सब्जी रखने के लिए यहां सबसे बड़े बर्तन ‘तैया’ का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, भारी मात्रा में बनाई जाने वाली प्रसादी को जेसीबी मशीन और मिक्सर की मदद से तैयार किया जाता है। प्रसादी बनाने के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

‘चंबल में डाकू नहीं, सनातनी रहते हैं’

महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा के दौरान कहा ‘चंबल का नाम तो लोग यूं ही बदनाम करते हैं. यहां डाकू नहीं सनातनी रहते हैं, जिसका सबूत आप सब हैं। लोगों में भक्ति की कमी नहीं है।  महंत ने श्रद्धालुओं को हाथ उठवाते हुए शपथ दिलाई कि ‘हम चंबल में न कोई अपराध करेंगे और न ही होने देंगे।’

लाखों की संख्या में पहुंच रहे भक्त

दंदरौआ धाम को डॉक्टर वाले हनुमान जी के नाम से भी जाना जाता है। यहां आयोजित हनुमान कथा के लिए महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जब यहां पहुंचे, तो उन्हें देखने मौ-रोड पर जाम लग गया। मंदिर परिसर का विशाल पंडाल पूरी तरह से भर गया, पंडाल के बाहर भी बैठने के लिए जगह नहीं थी। अनुमान है कि लगभग 4 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे।

200 हलवाई की टीम बना रही है भोजन प्रसादी

विशाल भंडारे में 200 हलवाइयों की टीम खाना बनाने के लिए लगाई गई है। रोज़ाना 50 हजार से ज्यादा लोग प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं. मंदिर प्रबंधन ने प्रसादी बनाने में जेसीबी और कॉंक्रीट मिक्सर लगवाए हैं। दूसरी ओर, सुरक्षा का मोर्चा एसपी शैलेंद्र सिंह खुद संभाले हुए हैं। चप्पे-चप्पे पर फोर्स लगाई गई है। दूसरी ओर सैकड़ों कार्यकर्ता भी भोजन प्रसादी वितरण एवं अन्य व्यवस्थाओं में दिन-रात जुटे हैं।

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