हैलोजेन की रोशनी पड़ने से कई की आंखों में जलन और लाली, कुशभांठा पहुंचा स्वास्थ्य अमला, 55 का इलाज भी
बलौदा बाजार {दीपक दुबे} । कसडोल विकासखण्ड के ग्राम कुशभांठा में शिविर लगाकर ग्रामीणों की आंख का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के नेत्र विशेषज्ञ डॉ राजेश अवस्थी के नेतृत्व में प्राथमिक स्कूल में आयोजित शिविर में 55 लोगों की आखों की जांच कर जरूरी दवाइयां दी गई हैं। बताते चलें कि गांव में रामायण उत्सव का कार्यक्रम था, जिसमें भारी तीव्रता के हैलोजेन लाइट इस्तेमाल किए थे। रोशनी के लोगों की आखों से सीधे टकराने से आंखों में जलन, झुंझलाहट और लालिमा की कई शिकायतें आ गईं। ऐसा होते ही इलाके में हड़कंप मच गया।
कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने एक साथ बड़ी संख्या में गांव के लोगों की आंखों में परेशानी की सूचना को गंभीरता से लिया और नेत्र विशेषज्ञ डॉ राजेश अवस्थी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम रवाना की। टीम में एमबीबीएस डॉक्टर सुश्री चौहान, दो नेत्र सहायक- उद्धव पटेल एवं रामप्रसाद रात्रे सहित दो एएनएम और सुपरवाइजर शामिल हैं। टीम ने गांव पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। मुनादी कराकर परेशानी झेल रहे सभी को गांव के स्कूल में बुलाया गया और शिविर लगाकर उनकी आखों का परीक्षण किया गया और जरूरी दवाइयां दी गई। यदि परीक्षण में और ज्यादा इलाज की जरूरत हुई, तो उन्हें जिला अस्पताल लेकर सम्पूर्ण इलाज किया जाएगा।
इधर, सीएमएचओ डॉ खेमराज सोनवानी ने कहा है कि यदि कोई उत्सव अथवा आयोजन में हैलोजेन बल्ब का उपयोग किया जाता है, तो लोगों को सावधानी बरतना चाहिये। बल्ब से दूरी बनाये रखें। तेज लाइट को सीधे न देखें और बीच-बीच में आंख बंद कर लेवें। इसके बावजूद यदि आंख में कोई जलन, धुंधलापन अथवा लालिमा की दिक्कत हो तो नजदीक डॉक्टर को जरूर दिखावें। स्वयं होकर आखों में कोई दवाई ना डालें। उन्होंने घटिया स्तर के तेज रोशनी वाले बल्बों का इस्तेमाल नहीं करने और कराने की सलाह दी है।