मध्य प्रदेश

प्रदेश में डायल 100 की सेवाएं बंद होने की कगार पर

6 माह से नहीं मिला वेतन, कई पायलट गाडिय़ां थाने में जमाकर वापस लौटे

भोपाल। डायल 100 के 3000 पायलटों को 6 माह से वेतन नहीं मिला। लगभग 60 करोड़ रुपए का भुगतान कंपनी को किया जाना है। इन गाडिय़ों के डीजल का भी भुगतान, पेट्रोल पंपों को पिछले 6 महीने से नहीं किया गया है। जिसके कारण डायल 100 की सेवाएं लडख़ड़ा गई हैं। खंडवा जिले में डायल 100 सेवा के वाहन थाने में खड़े करके पायलट चले गए हैं।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, देवास, सागर से प्रदेश के लगभग लगभग सभी संभागीय मुख्यालयों के जिलों में तैनात डायल 100 की सेवाएं बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। इन वाहनों को चलाने वाले पायलट और जिस पेट्रोल पंप से इन्हें डीजल प्राप्त होता है। पिछले 6 माह से वेतन और डीजल का भुगतान नहीं होने के कारण डायल 100 की सेवाएं लगभग बंद होने की स्थिति में पहुंच गई हैं। नवंबर 2020 में इस कंपनी का टेंडर खत्म हो गया था। नई कंपनी को टेंडर देने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। मध्यप्रदेश शासन ने दो बार टेंडर निकाले, और दोनों बार ही निरस्त हो गए। पुराने कांटेक्ट को ही तीन-तीन माह का एक्सटेंशन दिया जा रहा था। डायल हंड्रेड चलाने वाली बीवीजी कंपनी को जून 2022 के बाद से 31 मार्च 2023 तक का एक्सटेंशन दिया गया है। कंपनी को 60 करोड़ रूपया का भुगतान नहीं किया गया है। जिसके कारण कंपनी अपने पायलट और पेट्रोल पंपों को भुगतान नहीं कर पा रही है। जिसके कारण डायल हंड्रेड की सेवा कागजों पर रह गई हैं। अब पायलट इन्हें थाने में जमा करके दूसरी नौकरी ढूंढना शुरू कर दिया है।

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