मध्य प्रदेश

कर्नाटक में जिस रणनीति से जीते, उसे मप्र में दोहराएगी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली में हुई राहुल और खरगे के साथ बैठक

भोपाल। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की सोमवार को दिल्ली में हुई बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि हमारा आंतरिक आकलन हैं कि मध्य प्रदेश में 150 सीटें जीतेंगे। कर्नाटक में जो किया, हम उसे मध्य प्रदेश में दोहराने जा रहे हैं। बैठक में  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे। चुनाव भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ हो रहे अन्याय के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि हम सब एक हैं और मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

बैठक में सीएम के चेहरे को लेकर कोई बात नहीं हुई। जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या मप्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा कमल नाथ होंगे, तो वे इसे टाल गए। बैठक में भी इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।कांग्रेस कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में ढाई घंटे से अधिक समय तक बैठक चली। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने मप्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बूथ, सेक्टर और मंडलम का गठन लगभग पूरा हो चुका है। बैठक में वचन पत्र की तैयारियों को लेकर भी जानकारी दी गई। कमल नाथ ने कहा कि सरकार में आने पर हम महिलाओं को 1500 रुपये महीना, 500  रुपये में रसोई गैस सिलिंडर देंगे, 100  यूनिट बिजली माफी-200 यूनिट आधी दर पर देने, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के साथ किसानों की ऋण माफी पूरी करेंगे। जिन 66 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को लगातार हार मिल रही है, वहां के लिए अलग कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन सीटों पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। 12 जून को जबलपुर में प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इसको लेकर वरिष्ठ नेता बैठक कर चुके हैं। कमल नाथ ने कहा कि चुनाव में अब सवा चार माह बचे हैं।

इस दृष्टि से यह महत्वपूर्ण बैठक थी। इसमें चुनाव के मुद्दे, कार्ययोजना से लेकर अन्य विषयों पर चर्चा हुई। प्रदेश कांग्रेस की तैयारियों से राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराया गया। सवाल इस चुनाव में कांग्रेस का नहीं बल्कि प्रदेश के भविष्य का है। इस अवसर पर महासचिव केसी वेणुगोपाल, जयप्रकाश अग्रवाल, मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, संसद सदस्य विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, प्रदेश के प्रभारी सचिव सहित उपस्थित थे। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और कमलेश्वर पटेल वर्चुअली बैठक में जुड़े। बैठक में जब वचन पत्र के बारे में जानकारी दी गई तो राहुल गांधी ने कहा कि लंबा-चौड़ा बनाने की आवश्यकता नहीं है। मुद्दों पर फोकस करें। चुनिंदा चीजें होनी चाहिए और वह भी ऐसी जो आमजन को प्रभावित करती हो। हमें सरकार बनानी है। इसके लिए क्षेत्र विशेष पर ध्यान केंद्रित कर काम करें।

छोटी-मोटी बातें आपस में चर्चा करके समाप्त करने को कहा

बार-बार सामने आने वाली आपसी खींचतान की बातों पर उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी बातें आपस में चर्चा करके समाप्त करें। यदि कहीं और कोई बात है तो मुझे बताना। बैठक में चुनाव अभियान, प्रबंधन और समन्वय को लेकर समिति बनाने पर भी चर्चा की गई। जल्द ही सभी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए समितियां गठित की जाएंगी। चुनाव प्रचार में इंटरनेट मीडिया के सभी माध्यमों का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए कहा गया है। इसके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से भी सहयोग दिया जाएगा।

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