छत्तीसगढ़रायपुर

कांग्रेस ने भाजपा नेताओं से कहा- कोचियों की तरह आचरण न करें …

रायपुर (गुणनिधि मिश्रा) । धान खरीदी पर भाजपा द्वारा कांग्रेस सरकार के विरोध में की जा रही बयानबाजी को छत्तीसगढ़ के राजनैतिक इतिहास का काला अध्याय निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिये कि भूपेश बघेल सरकार से भाजपा का विरोध किस बात का है? 80 लाख टन से अधिक धान की रिकार्ड खरीदी से भाजपा का विरोध है? या 25 सौ रुपए किसानों को धान का दाम दिये जाने से भाजपा का विरोध है? या भाजपा शासनकाल की तुलना में 2.5 लाख अधिक किसानों का धान खरीदी किये जाने का विरोध है?

कांग्रेस सरकार में छत्तीसगढ़ के किसान समृद्ध हो रहे है तो इसका विरोध भाजपा क्यों कर रही है? रमन सिंह के शासनकाल की तरह हर रोज चार किसान आत्महत्या नहीं कर रहे है तो क्या इसका विरोध भाजपा कर रही है? किसान कर्जमुक्त हो गया इसका विरोध भाजपा कर रही है क्या?

भाजपा ने तो 2013 के घोषणा पत्र में कहा था कि एक-एक दाना धान खरीदेंगे और नहीं किया था, सच्चाई तो यही है। भाजपा को 2013 विधानसभा चुनावों के घोषणा पत्र का अंश मीडिया को जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा अपनी गलतियों, अपनी वादाखिलाफी और अपने किसान विरोधी चरित्र को कांग्रेस सरकार पर मढ़ना बंद करें।

धान खरीदी का पूरा लाभ केवल राज्य के किसानों को मिले, इसके लिये कांग्रेस सरकार काम कर रही है जो कोचियों की समर्थक भाजपा को नागवार गुजरा रहा है। भाजपा नेता कोचियों के सरगना की तरह व्यवहार कर रहे है।

जिस भाजपा की केन्द्र सरकार ने किसानों का धान 1865 में ही लेने और 25 सौ रुपए धान का दाम देने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया, उसी भाजपा के नेता कांग्रेस की सरकार पर 25 सौ रुपए में किस्तों में देने का आरोप लगाते है। इससे शर्मनाक दोहरा चरित्र और कुछ हो ही नहीं सकता है।

छत्तीसगढ़ के धान उगाने वाले किसानों के साथ भाजपा की 15 साल की धोखा धड़ी का काला चिट्ठा जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा की कथनी और करनी में अंतर की तालिका जारी कर बताया सब कुछ स्पष्ट है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में थी तब भी किसान विरोधी थी आज ही विपक्ष में है तब भी किसान विरोधी ही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं भाजपा नेता लगातार कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के समृद्धि खुशहाली के युग के सूत्रपात का विरोध कर रहे है। 15 साल तक रमन सरकार में किसानों की आत्महत्या की सैकड़ों घटनाएं हुयी थी। किसान अपनी खेती बाड़ी की जमीन बेचने के लिए मजबूर थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लेकर किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए काम किया।

Back to top button