मध्य प्रदेश

ककून उत्पादक किसानों को मिला अभी तक का अधिकतम दाम, प्रदेश का पहला ककून बाजार नर्मदापुरम जिले के मालाखेड़ी में हुआ शुरू

भोपाल। नर्मदापुरम जिले के मालाखेड़ी में ककून बाजार खुलने से किसानों को  ककून के वाजिब दाम मिल रहे हैं। प्रदेश और बाहर के व्यापारी अब मालखेड़ी ओपन मार्केट से ककून की खरीदी कर रहे हैं। भुगतान भी तत्काल होने से कृषकों में बहुत उत्साह है।  रेशम संचालनालय द्वारा नर्मदापुरम जिले के मालाखेड़ी में अक्टूबर 2022 से ककून मंडी शुरू की गई है। मंडी में किसान निरंतर अपने उत्पाद की बिक्री कर रहे हैं। रेशम कृषकों को ककून की सर्वाधिक दर 641 रुपये प्रति किलोग्राम प्राप्त हुई है।

राज्य सरकार द्वारा रेशम की खेती को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे, जिससे किसान आत्म-निर्भर बन सके और उन्हें इसका उचित दाम भी मिले। ओपन ककून मार्केट में बनखेड़ी, गूजरबाड़ा के रेशम कृषकों ने विक्रय प्रक्रिया में भाग लिया। ककून खरीदने के लिए मालदा, बैंगलुरू एवं स्थानीय बैतूल, इटारसी बनखेड़ी के व्यापारियों ने भाग लिया। प्राप्त उच्च दरों से रेशम कृषकों में हर्ष एवं उत्साह है। मध्यप्रदेश सिल्क फेडरेशन द्वारा पिछले कुछ वर्षों में ककून धागा एवं अन्य उत्पादों का विक्रय ऑफ लाइन किया जा रहा था। व्यापारियों एवं कृषकों की सुविधा के लिये खुली ककून मंडी की स्थापना 6 अक्टूबर 2022 को की गई।

महाराष्ट, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से व्यापारियों द्वारा कृषकों से उत्पादित ककून सीधे मंडी से प्राप्त किया जा रहा है। इस पारदर्शी प्रक्रिया से रेशम उत्पादक कृषकों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता के आधार पर अधिकतम मूल्य प्राप्त हो रहे हैं। कृषक गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के प्रति जागरूक और उत्साहित है। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग मनु श्रीवास्तव द्वारा बाजार की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके अलावा धागा एवं अन्य रेशम उत्पादों को भी ऑनलाइन ई-आक्शन प्रक्रिया से विक्रय किये जाने के उददेश्य से ऑनलाइन टेंडर किये जा रहे हैं। अन्य उत्पादों का उचित मूल्य मिलने से अनेक कृषकों द्वारा रेशम विभाग की योजनाओं को अपनाने हेतु लगातार संपर्क किया जा रहा है। इससे भविष्य में क्षेत्र में रेशम क्लस्टर विकसित होने की संभावना भी बढ़ रही है।

जबलपुर में बनेगा ककून मार्केट

रेशम संचालनालय द्वारा ककून उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए जबलपुर जिले में मार्केट भी बनाया जाएगा। इससे नरसिंहपुर, शहडोल, मंडला, बालाघाट सहित अन्य क्षेत्रों में उत्पादित ककून को विक्रय के लिए ककून मंडी में लाया जा सकेगा।

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