मध्य प्रदेश

‘आशिक’ की आशिकी परिवार को ले डूबी, भाजपा सरकार ने हत्या के आरोपी की 250 कमरों वाली 10 करोड़ की 3 मंजिला इमारत को किया ध्वस्त ….

इंदौर। मध्यप्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में रूपेश बिरला के सनसनी हत्याकांड के मास्टरमाइंड आशिक पटेल के ठिकाने पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। 250 कमरों की इस तीन मंजिला इमारत को जमींदोज करने में 2 दिन लगे। प्रशासन ने इंदौर नगर निगम से 10 जेसीबी और बड़ी पोकलेन मशीन मंगवाकर अतिक्रमण तोड़ा।

आशिक ने करीब 35 हजार वर्गफीट शासकीय जमीन पर कब्जा कर रखा था, जिसकी कीमत 10 करोड़ रुपए है। इससे पहले प्रशासन द्वारा यहां रह रहे 200 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया। आशिक पटेल कांग्रेस नेता है। उसके पिता अल्लानूर पटेल पूर्व में धन्नड़ के सरपंच भी रह चुके हैं। धार जिले के अंतर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में आशिक ने 35 हजार वर्गफीट सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर तीन मंजिला बिल्डिंग तान दी और उसके 200 कमरों को किराए पर दे रखा था। इन किरायेदारों के दम पर नगर पालिका चुनावों में पार्षद की जीत हार तय करना उसके लिए आसान काम था। इसी कारण आशिक पटेल का क्षेत्र में काफी रसूख था।

आशिक पटेल के यहां एक युवती अकाउंट का काम देखती थी। आशिक उससे प्यार करने लगा था। जबकि, युवती का खरगोन जिले के ग्राम सलदा निवासी रूपेश बिरला नामक युवक से तीन साल से अफेयर था। रूपेश पीथमपुर में रहकर बजाज फाइनेंस कंपनी के लिए काम करता था। जब आशिक को रूपेश और युवती के बारे में पता चला तो उसे यह बात नागवार गुजरी। उसने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर रूपेश की हत्या कर दी। 11 अक्टूबर की रात को रूपेश के परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 12 अक्टूबर को युवती ने भी आशिक पर छेड़छाड़ का केस दर्ज करवा दिया था। उसने आशिक पर रूपेश को अगवा करने का आरोप भी लगाया। आशिक ने उसे पूर्व में धमकी दी थी कि वह रूपेश को जान से मार देगा। युवती की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत आशिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

पुलिस के अनुसार आशिक पटेल पहले तो झूठ बोलता रहा, लेकिन जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने युवक की हत्या करना कबूल कर लिया। आशिक के साथ उसके 5 दोस्त भी हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस ने उन पांचों युवकों को थाने लाकर पूछताछ की। उन्होंने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने रूपेश की हत्या के बाद उसके शव को कॉलोनी में नाले के किनारे गाड़ दिया था। शव जल्दी गलकर नष्ट हो जाए, इसके लिए 15 किलो नमक डालकर मिट्टी और घास-फूस डालकर उस जगह को सीमेंट-कंक्रीट से पक्का कर दिया था।

धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि दो दिन पहले हुए हत्याकांड के सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी आशिक पटेल के साम्राज्य को ध्वस्त किया जा रहा है। एक अन्य आरोपी अखिलेश मिश्रा की गुमटी के अतिक्रमण को भी हटा दिया गया है। आशिक पटेल के खिलाफ पहले भी एक हत्या का मामला दर्ज है। इसके अलावा उस पर 5 अन्य प्रकरण भी दर्ज हैं। एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने सीएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल और थाना प्रभारी लोकेश सिंह भदौरिया सहित पूरी टीम के काम की तारीफ की है। पीथमपुर सीएसपी तरुणनेंद्र सिंह बघेल, थाना प्रभारी लोकेंद्र सिंह भदोरिया की इस हत्याकांड को सुलझाने में अहम भूमिका रही है। एसपी ने बताया कि सभी आरोपियों की दो दिन की पुलिस रिमांड आज पूरी हो गई है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए हैं।

मामला उजागर होने के बाद बुधवार को पीथमपुर हिन्दू जागरण मंच और परिजनों ने थाने का घेराव किया था। उन्होंने आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी। उधर, रूपेश की हत्या की जानकारी मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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