मध्य प्रदेश

सीएम शिवराज ने कमलनाथ पर फिर कसा तंज: बोले- कमलनाथ पर उम्र हावी हो रही, वे मुंह में सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए

शिवराज ने कहा- जिसके दिल में बहन-बेटियों के लिए इज्जत होती है, वही मामा हो सकता है, हर कोई नहीं

भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के बयान पर तंज कसते हुए उनकी उम्र पर सवाल उठाया है। बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि मुझे तो कमलनाथ जी पर तरस आ रहा है। लगता है अब उन पर उम्र हावी हो रही है। वह कहते हैं कि मुझे विधायकों की जरूरत नहीं है। उन्हें नहीं पता कि विधायक क्या होता है? लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि की हैसियत भी संविधान में बताई गई है और वे यह भी जानते हैं कि मुख्यमंत्री को विधायक ही चुनते हैं। ऐसे में कमलनाथ संविधान का मखौल कैसे उड़ा सकते हैं।

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने ही बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को इंदौर प्रवास के दौरान सीएम शिवराज, पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा था कि मैं न तो कलाकार हूं, न किसान हूं, न मामा हूं और न ही चाय वाला हूं, मैं राजा-महाराजा भी नहीं हूं, मैं तो एक साधारण व्यक्ति हूं। इस पर सीएम शिवराज ने कहा कि ‘कांग्रेस रीत सदा चली आई वचन जाए पर दम्भ ना जाई।’ कमलनाथ जी आते-जाते तो कम हैं, लेकिन कमरे में बैठकर चर्चा खूब करते हैं। सीएम ने कहा कि अभी कांग्रेस झूठ पत्र बनाने की लगातार बैठकें कर रही है, फिर झूठ का पुलिंदा तैयार हो रहा है। पिछले वचन पूरे नहीं किए और अब कमलनाथ और कांग्रेस दूसरे नए वचनों के साथ फिर झूठ बोलने आ रहे हैं। जनता कांग्रेस के झूठ जानती है, ना तो कमलनाथ पर भरोसा है ना कांग्रेस पर। उन्होंने वचन पत्र में कहा था कि पिछड़ा वर्ग के छात्रों को शिक्षा के लिए आय सीमा 10 लाख रुपए तक बढ़ाई जाएगी। कह तो दिया, लेकिन वादा पूरा नहीं किया।

शिवराज बोले- कांग्रेस का भगवान ही मालिक

कांग्रेस के भविष्य पर सवाल उठाते हुए सीएम ने कहा कि अब कांग्रेस का भगवान ही मालिक है, जिसका नेता कह रहा हो मुझे विधायकों की जरूरत ही नहीं है। उनका यह अहंकार पार्टी को भी ले डूबेगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमल नाथ अपने आप को कहलवाते हैं भावी मुख्यमंत्री और कहते हैं विधायकों की जरूरत ही नहीं है। सीएम शिवराज ने कहा कि कमल नाथ पहले भी कहते थे कि मुझे विधायकों की जरूरत नहीं है, तब कुछ लोग कांग्रेस से निकलकर आ गए थे। अब फिर वे अभी से कह रहे हैं मुझे जरूरत नहीं है, जहां जाना है चले जाओ।

‘जिसके दिल में बहन-बेटियों के लिए इज्जत होती है, वही मामा हो सकता है’

शिवराज ने कहा कि कमलनाथ न जाने क्या-क्या बोलते हैं। वे कहते हैं ‘न मैं चाय बेचने वाला हूं, न मैं मामा हूं’। अरे कमल नाथ जी, मामा तो तुम हो ही नहीं सकते। मामा तो वह होता है, जिसके दिल में बहनों और बेटियों के लिए इज्जत होती है। तुम किसान हो नहीं सकते, क्योंकि तुमने किसानों के वादे कभी पूरे नहीं किए, कर्जमाफी का वादा करके मुकर गए। माटी की सौंधी सुगंध आप जानते नहीं हो। चाय वाला तो कोई गरीब ही हो सकता है। सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा होकर कॉरपोरेट राजनीति करने वाले और मौका मिलते ही पूरे प्रदेश को लूटने वाले कैसे चाय वाले हो सकते हैं।

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