मध्य प्रदेश

स्वच्छता सर्वेक्षण 2022: ग्रामीण क्षेत्रों के स्वच्छता सर्वेक्षण में भोपाल ने बाजी मारी …

भोपाल। ग्रामीण क्षेत्रों के स्वच्छता के 2022 सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश समेत भोपाल के गावों ने बाजी मारी है। गुरुवार को घोषित परिणाम में वेस्ट जोन श्रेणी में मध्य प्रदेश पहला और वेस्ट जोन डिस्ट्रिक्ट में भोपाल को पहला स्थान मिला। देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल करने वाले इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र सफाई में पिछड़ गए हैं। इसके चलते इंदौर को तीसरा स्थान मिला है। वहीं, मध्यप्रदेश को सुजलाम 1.0 कैम्पेन में पहला और सुजलाम 2.0 कैम्पेन में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है। परिणाम गुरुवार को जारी हुए।

भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि सर्वेक्षण के लिए भोपाल जिला पंचायत ने अपने स्तर पर अलग तैयारियां की थीं। ग्रामीण क्षेत्रों से स्वच्छता के रूप में वसूल किए गए टैक्स की राशि गांवों की स्वच्छता में लगाई जाएगी। इसके अलावा स्वच्छता मिश्र ओडीएफ की जागरूकता के लिए सास-बहू की दौड़ प्रतिस्पर्धा में गांवों में गीले, सूखे और हरित कचरे की कंपोस्ट यूनिट की स्थापना की गई। साथ ही गोबर गैस प्लांट लगाए गए। सफाई के डक्ट और कूड़ादान की व्यवस्था की गई। साफ-सफाई की व्यवस्था मॉनीटरिंग बेहतर की गई। कलेक्टर ने बताया कि सफाई व्यवस्था में ग्रामीणों का सहयोग मिला। साथ ही स्वच्छता के लिए नवाचार करने का फायदा भी मिला।

सीएम शिवराज ने वेस्ट जोन में मध्यप्रदेश को टॉप स्टेट बनने पर दी बधाई

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2022 में वेस्ट जोन में मध्यप्रदेश को टॉप स्टेट बनने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर स्वच्छ और सुंदर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए संकल्पबद्ध हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के महायज्ञ में ग्रामीण भारत के निवासी अपना योगदान बढ़-चढ़ कर दे रहे हैं। स्वच्छता ही सुंदरता है। हम सभी के सम्मिलित प्रयासों से स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषण रहित राष्ट्र बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता के मंत्र को आत्मसात कर हमारा प्रदेश जन-सहभागिता से स्वच्छता के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान रच रहा है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण में हमारे प्रदेश को प्राप्त यह गौरव प्रमाण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता को लेकर जागरूकता ही नहीं, समर्पण भाव भी दृढ़ हुआ है। गाँवों की नई तस्वीर उभरी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में पहला स्थान प्राप्त करने पर प्रदेश के नागरिकों के साथ ही जन-प्रतिनिधि एवं शासकीय अमला भी बधाई का पात्र है।

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