मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र: ‘हल’ लेकर विधानसभा पहुंचे पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, सुरक्षाकर्मियों से हुई बहस

मध्यप्रदेश में पहली बार पेश किया जाएगा पेपरलेस बजट पेश, नेता प्रतिपक्ष बोले- ई-बजट का विरोध करूंगा

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज से बजट सत्र का आगाज हुआ है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यपाल मंगू भाई पटेल का अभिभाषण हुआ। एक घंटे से भी कम समय में सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विधायक कुणाल चौधरी हल लेकर विधानसभा पहुंचे थे, जहां सुरक्षाकर्मियों के साथ गहमागहमी का माहौल बन गया। पटवारी ने कहा, शिवराज सिंह जी गैती लेकर हेलीकॉप्टर में चल सकते हैं, तो क्या हम किसानों का प्रतीक हल लेकर विधानसभा में नहीं आ सकते। पुलिस के रोकने पर उन्होंने हल को महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास रख दिया।

दरअसल कल सीएम शिवराज सिंह चौहान झाबुआ के हलमा महोत्सव में गैती लेकर पहुंचे थे। जिसके बाद आज पूर्व मंत्री जीतू पटवारी कंधे पर हल लेकर विधानसभा के बजट सत्र में पहुंचे। जीतू पटवारी ने कहा कि यह पुराना हल है। कल मुख्यमंत्री गैती लेकर पहुंचे थे। इस दौरान जीतू पटवारी की सुरक्षाकर्मियों से गहमागहमी हो गई। जीतू पटवारी हल लेकर विधानसभा में अंदर जाना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो जमकर बहस हो गई। बता दें कि बजट सत्र आज 27 फरवरी से शुरू हुआ है, जो कि 27 मार्च तक चलेगा।

कार्यमंत्रणा समिति की बैठक शुरू

मप्र विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कार्यमंत्रणा समिति की बैठक चल रही है। विधानसभा अध्यक्ष के सम्मेलन कक्ष में उनकी ही अध्यक्षता में बैठक हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह भी शामिल है। इस बैठक में सुचारू रूप से सत्र के संचालन, सत्र लंबा चलाने और समय को लेकर भी चर्चा की जा रही है।

पेपरलेस बजट को लेकर नेता प्रतिपक्ष बोले- इसका विरोध करूंगा

मौजूदा बजट सत्र के दौरान मध्यप्रदेश में पहली बार पेपरलेस बजट पेश किया जाना है। इसके लिए विधायकों को टैबलेट दिए जाएंगे। टैबलेट चलाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह डिजिटल बजट का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध करूंगा कि मध्यप्रदेश में एससी/एसटी, गरीब, पिछड़े तबके के विधायक हैं। उन्हें पूरी तरह से डिजिटल की जानकारी नहीं है। इस तरह की प्रक्रिया, जिसके पक्ष में ज्यादा लोग नहीं हों, उन्हें पेपर न देकर, डिजिटल बजट देना तानाशाही है। गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश का खजाना लूट लिया। कांग्रेस ने इस प्रदेश को बनाया और सजाया था, धन-दौलत जमा की थी, इसे बेचने का काम बड़े पूंजीपतियों को किया जा रहा है। करोड़ों की जमीनों पर भाजपा के लोगों का कब्जा है। सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के जो मुद्दे हैं, इन पर ताकत के साथ विधानसभा में अपना पक्ष रखेंगे।

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्य अंश…

  • 15वीं विधानसभा के 5वें और अंतिम बजट को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अमृत महोत्सव में स्वर्णिम, आत्मनिर्भर भारत बनाने की एक यात्रा शुरू हो गई है। एमपी कदम से कदम मिलाकर पीएम मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए हर संभव योगदान दे रहा है। जी-20 की 8 बैठकों की मेजबानी मिली है। एमपी की छवि पूरी दुनिया में उज्ज्वल हुई।
  • 15 नवंबर 2022 की तारीख अमर हो गई। पेसा कानून लागू हो गया है। जनजातीय भाइयों को जल, जंगल, जमीन से जुडे़ अधिकारों में शक्ति संपन्न बना दिया गया है। 2021-22 आजादी का अमृत महोत्सव जनजातीय सेनानायकों की गौरवगाथाओं से परिपूर्ण रहा है। रानी कमलापति और टंट्या भील के नाम पर रेलवे स्टेशन सरकार की ओर से इन नायकों के चरणों में सच्ची श्रद्धांजलि है।
  • 3 साल में 17500 करोड़ से अधिक की लागत के मार्ग बने। अटल टनल, नर्मदा-विंध्य एक्सप्रेस-वे विकास के नए मार्ग साबित होंगे। आम आदमी के हवाई यात्रा के सपने नए हवाई अड्डों के निर्माण से साकार होंगे। सिंचाई क्षमता को लगातार विकसित किया जा रहा है। संत रविदास महाराज का स्मारक बनाने का निर्णय लिया गया है। सरकार सीएम लाडली बहना योजना ला रही है।
  • इस्लाम नगर का नाम जगदीशपुर किए जाने से पुराना गौरव वापस लौट आया है। तीर्थ दर्शन योजना पुनः प्रारम्भ कर दी गई है। इंदौर स्वच्छता में देश का नम्बर 1 शहर है। स्मार्ट सिटी परियोजना के क्रियान्वयन में टॉप 10 स्टेट में एमपी में शामिल है। प्रदेश के जन-जन का सहयोग, स्नेह, जनभागीदारी है।
  • सरकार माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने नक्सलियों को मार गिराने का काम किया है। राज्यपाल ने केन-बेतवा परियोजना, महाकाल लोक, पेसा और नए मेडिकल कॉलेज खोलने का भी जिक्र किया।

कांग्रेस विधायक बोले- ईवीएम जैसी कारगुजारी की होगी डिजिटल बजट में!

डिजिटल बजट पर विदिशा से कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कहा- सरकार ने इसमें भी कुछ कारगुजारी की होगी, जैसे ईवीएम में की। पिछोर से कांग्रेस विधायक केपी सिंह कक्काजू बोले- प्रोग्रेस का स्वागत है। हम पुराने विधायकों को इसे सीखने के लिए ट्राई करना चाहिए।

मंत्री का तर्क: ई-बजट से खर्च कम, विधायक भी तकनीक से जुड़ेंगे

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले, ओडिशा की विधानसभा में अभी ई-बजट आया है, देश की दूसरी विधानसभाओं में भी ई-बजट आ रहा है। हम धीरे-धीरे तकनीक का उपयोग करेंगे। एक टैबलेट पर सारी जानकारी होगी। पहले बजट इतना मोटा होता था कि एक व्यक्ति उठा नहीं सकता था। अब टैबलेट पर होगा, तो इसमें पढ़ लेंगे। इससे वित्तीय खर्च भी कम आएगा। विधायक भी टेक्नोलॉजी से कनेक्ट होंगे।

ये अंतिम बजट, पूरी ताकत लगाएं विधायक – विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा- ई-बजट के लिए विधायकों को टैबलेट दे रहे हैं, ये नवाचार है। ये इस 5 साल का अंतिम बजट है। जैसे मैराथन की अंतिम 100 मीटर की दौड़ में सारी ताकत लगाना पड़ती है, इसी तरह विधायकों से आग्रह है कि इस बार पूरी ताकत लगाएं।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा- चुनावी नौटंकी कर रहे शिवराज

सत्र की शुरुआत के मौके पर कमलनाथ ने कहा- शिवराज चुनावी नौटंकी कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना पर बोल रहे थे। सदन की कार्यवाही के पहले मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, कब फार्म भराएंगे, फार्म कब आएंगे, पैसे कब मिलेंगे, ये सब चुनावी नौटंकी है।

विधायक दल की बैठकें भी होंगी

इस बार सत्र शुरू होने के पहले विधायक दलों की बैठकें भी नहीं हो पाईं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में नेताओं और विधायकों के व्यस्त होने और इधर बीजेपी के विधायकों के विकास यात्रा में लगे होने के चलते विधायक दल की बैठकें नहीं हो पाईं। सोमवार शाम को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हो सकती है।

सत्र के पहले दिन सोमवार को शासकीय महाविद्यालय रीवा की स्टूडेंट्स विधानसभा की कार्यवाही देखने पहुंची।

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