हाथियों के उत्पात से पीड़ित परिजनों से मिले अमित जोगी, मुआवजे की मांग …
पेंड्रा। मरवाही क्षेत्र में एक बार फिर हाथियों के उत्पात से आदिवासियों का खेत और घर उजड़ रहा है। जनप्रतिनिधि और अधिकारी बेफिक्र हैं। जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और यहां के पूर्व विधायक अमित जोगी ने प्रभावित गांवों में जाकर लोगों से मुलाकात की और अधिकारियों से कहा कि तत्काल इन्हें सहायता उपलब्ध कराएं।
दिल्ली बुलेटिन को श्री जोगी ने बताया कि आज उत्तर मरवाही के दूरस्थ गाँवों- कटरा, उसाढ़ और बेलझिरिया- में जंगली हाथियों के उत्पात से पीड़ित ग्रामवासियों से मिला। ३ दिन पहले ३ जंगली हाथियों के झुंड ने यहाँ बसे आदिवासियों के घरों और खेतों पर गमला बोल दिया लेकिन आज तक न तो जनप्रतिनिधि और न ही अधिकारी उनकी सुध लेने पहुँचे हैं।
मैंने DFO को तत्काल उन्हें कम से कम ₹50,000 मुआवज़ा देने का आग्रह किया, साथ ही शासन से तीन सालों से लगातार हाथियों के उत्पात से ग्रस्त GPM ज़िले में गजराज परियोजना शुरू करने की माँग रखी। जशपुर, रायगढ़, महासमुंद, सरगुज़ा, सूरजपुर, कोरिया और GPM ज़िलों में- जहाँ पहले कभी हाथी नहीं आते थे।
हाथियों के उत्पात का एकमात्र कारण उनके लेमरु और हसदेव अरण्य के जंगलों का कोयला खदानें खुलने से क्षेत्रफल घटना है। हाथी जाए कहाँ? इसका ख़ामियाज़ा उत्तर छत्तीसगढ़ के लाखों वनवासियों को भुगतना पड़ रहा है।