छत्तीसगढ़

30 जंगली हाथियों का दल जशपुर और बलरामपुर क्षेत्र में कर रहा विचरण, अबतक 3 लोगों को उतारा मौत के घाट…

जशपुर/बलरामपुर. जशपुर वनमंडल में 30 हाथियों का दल बगीचा, कांसाबेल, तपकरा, कुनकुरी और नारायणपुर वनपरिक्षेत्र में विचरण कर रहा है. साथ ही जमकर उत्पात मचा रहे हैं. जशपुर वनमंडलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि हाथी के उत्पाद से हो रहे जानमाल के नुकसान को देखते हुए सभी रेंज के रेंजर और बीटगार्ड को शख्त निर्देश जारी किया गया है कि हाथी के मूवमेंट को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र के गांवों में मुनादी कराकर रात में ग्रामीणों को घर से बाहर न निकलने समझाइश दी जा रही है. साथ ही हाथी से दूर रहने की भी सलाह दी जा रही है. वन अमला रात में भी गस्ती कर रहे ताकि ग्रामीणों को हाथी के उत्पाद से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके.

छत्तीसगढ़ के जशपुर और बलरामपुर जिले में 30 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. जहां-जहां हाथियों का दल पहुंच रहा है उस जगह उत्पात मचा रहा है. जशपुर वनमंडल में 30 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. बीते एक पखवाड़े के भीतर तीन लोगों ने हाथियों के हमले से अपनी जान गंवाई है. हाथियों ने ग्रामीण इलाकों में पहुचंकर 8 घरों में क्षतिग्रस्त किया है साथ में घर में रखे अनाज को भी चट कर दिया है. वहीं आज सुबह लगभग हाथियों का दल बलरामपुर के वाड्रफनगर की ओर पहुंचा. जहां हाथियों के दल ने जमकर लगभग 40 एकड़ खेत में लगे फसल को नष्ट कर दिया है.

बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर शहर के करीब कोटराही गांव के अकवारी पारा में लगभग 30 से 40 हाथियों का दल पहुंचा. हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया है. जिसमें लगभग 40 एकड़ में लगे फसल को नष्ट हो गए है. लगभग 20 किसानों के खेत में लगे धान, मक्का मौसमी सब्जी, केले की खेती को हाथियों

ने बर्बाद किया है. ग्रामीणों ने रात में ही वन विभाग के अमले को सूचना दी थी परंतु अमला नहीं पहुंचा. लगभग 30 हाथियों का दल अभी भी ग्राम कोटराही के जंगलों में डाटा हुआ है जिससे ग्रामीण काफी भयभीत नजर आ रहे हैं.

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