नई दिल्ली

फ्लैट के छठवें माले में लगा रहा था एसी, संतुलन बिगड़ने से गिरा मैकेनिक, गई जान …

नई दिल्ली। गर्मी से निजात दिलाने लोग घरों व दफ्तरों में एसी लगवा रहे हैं। ऐसा ही गुरुग्राम सेक्टर-82 स्थित मैपस्को रोयले विले सोसाइटी में एसी लगाने के दौरान मैकेनिक का संतुलन बिगड़ने से वह छठी मंजिल से नीचे बने पार्क में गिर गया। गंभीर हालत में मैकेनिक को निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह दर्दनाक हादसा गुरुवार शाम को हुआ।

मृतक मैकेनिक की पहचान 29 वर्षीय अमन निवासी बिजनौर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस गुरुवार देर रात तक जांच में जुटी रही। वहीं हादसे में अभी तक पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली।

फ्लैट मालिक ने पुलिस को बताया कि वह मैपस्को रोयले विले सोसाइटी के रिजेंट टावर के फ्लैट नंबर 604 में रहते हैं। उन्होंने नया ऐसी खरीदा था और कंपनी की तरफ से एसी को लगाने के लिए गुरुवार शाम को 2 मैकेनिक फ्लैट पर आए थे। एक मैकेनिक अंदर था और दूसरा मैकेनिक अमर बालकनी के साथ एसी की जगह के नीचे बने छज्जे पर था।

करीब साढ़े 6 बजे एसी का आउटर (बाहरी हिस्सा) उसके हाथ से फिसल गया और उसका संतुलन बिगड़ा गया। वह छठी मंजिल से सीधा नीचे पार्क में जा गिरा। एसी का आउटर छज्जे पर जाकर गिरा, जिससे छज्जा भी क्षतिग्रस्त होकर लटक गया। मैकेनिक के नीचे गिरते ही जोरदार आवाज हुई। आवाज सुनकर गार्ड सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे। गंभीर हालत में अमन को अस्पताल जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

खेड़की दौला थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। युवक एसी बनाने वाली कंपनी में काम कर रहा था। कंपनी के कहने पर ही युवक सोसाइटी के फ्लैट में एसी लगाने के लिए साथी के साथ गया था। उसके परिजनों को सूचना दी गई है। अभी कोई शिकायत नहीं मिली है, फ्लैट मालिक से भी पूछताछ की गई है।

सोसाइटी बनने के बाद वर्ष 2018 में ओसी मिली थी और उसके बाद बॉयर्स को पजेशन दिया गया। सोसाइटी में 486 फ्लैट बने हुए हैं। जिसमें 350 परिवार रहते हैं। सोसाइटी में आडब्ल्यूए बनने के बाद भी बिल्डर की ओर से रखरखाव की जिम्मेदारी नहीं दी गई।

मैकेनिक द्वारा सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग नहीं किया गया। वहीं, फ्लैट मालिक और सोसाइटी का रखरखाव करने वाली कंपनी द्वारा बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करने की अनुमति क्यों दी गई। अगर मैकेनिक द्वारा सुरक्षा बैल्ट, दस्ताने और हेलमेट पहना होता तो शायद यह हादसा टल सकता था।

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