छत्तीसगढ़

आटो चालकों ने कलेक्टर से की पार्किंग ठेकेदार की शिकायत

रायपुर
 
रायपुर रेलवे स्टेशन में पार्किंग ठेकेदार और उनके आदमियों की गुंडागर्दी के खिलाफ अब शहर आटो टैक्सी चालक महासंघ ने भी मोर्चा खोल दिया है। महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह से मुलाकात कर शिकायत पत्र सौंपा और 72 घंटे के भीतर व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। कलेक्टर ने जल्द ही व्यवस्था सुधराने का आश्वासन दिया है।

जानिए क्‍या है विवाद का पूरा मामला
रेलवे स्टेशन परिसर में जब से रेलवे प्रशासन ने वाहनों की पार्किंग का ठेका दिया है, तब से लगातार वाहन चालकों से विवाद, मारपीट और जबरन वसूली की शिकायत सामने आ रही है। एयरपोर्ट, बस टर्मिनल की तरह रेलवे स्टेशन में भी पिक एंड ड्राप की निश्शुल्क सुविधा दी गई है, जिसका समय दो पहिया के लिए पांच मिनट और चार पहिया वाहनों के लिए सात मिनट निर्धारित है, लेकिन पार्किंग ठेकेदार और उनके आदमी पिक एंड ड्राप की निश्शुल्क सुविधा वाहन चालकों को नहीं दे रहे है और मनमाना किराया वसूल रहे हैं। रोज कई वाहन चालकों से गाली-गलौज और मारपीट तक की जाती है।

शहर आटो टैक्सी चालक महासंघ के अध्यक्ष कमल पांडेय ने बताया कि स्टेशन में यात्रियों को पहुंचाने आटो और ई-रिक्शा चालक दिन में कई बार आते-जाते रहते हैं। उनके साथ भी ठेकेदार के लोग गुंडागर्दी कर विवाद करते है। इसकी शिकायत रेलवे अधिकारियों से लगातार करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिला और रेलवे पुलिस तक हस्तक्षेप नहीं कर रही है।

महासंघ ने ठेकेदार की इस गुंडागर्दी पर रेलवे और जिला प्रशासन का संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 72 घंटे के भीतर जिला और रेलवे प्रशासन कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं करता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। कलेक्टर से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में महासंघ के अध्यक्ष कमल पांडेय, संदीप नपित, विवेक मिश्रा, गब्बर खान, पीआर नायक आदि शामिल थे।

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