लखनऊ/उत्तरप्रदेश

योगी राज में सुरक्षित नहीं हैं बहन-बेटियां, बीच सड़क मनचलों ने छात्रा को रोककर की छेड़छाड़, विरोध करने पर जानलेवा हमला…

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपाने में कोई कसर नहीं छोड़ती, लेकिन सच्चाई इससे विपरीत है. आलम ये है कि, योगी राज में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में सरेराह बेटियों के साथ छेड़छाड़ कर गुंडई कर रहे हैं. आए दिन दलित युवतियों से बलात्कार हो रहे हैं। दलितों के घर जलाए जा रहे है। मेधावी लड़कियों के साथ रेप किये जा रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां मनचलों ने स्कूल से लौट रही छात्रा के साथ छेड़छाड़ की. वहीं छात्रा ने जब इसका विरोध किया तो जानलेवा हमला कर फरार हो गए. इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. ऐसे घटनाएं बेटियों की सुरक्षा का दावा करने वाली सरकार के दावे खोखले की पोल खोलते नजर आ रही हैं. सवाल ये भी उठने लगे है कि, क्या अब अपराधियों में योगी सरकार का खौफ खत्म हो गया है क्या?

बता दें कि, पूरी घटना मुरादाबाद की है. जहां मनचलों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि, नाबालिग को बीच रास्ते में रोककर बदसलूकी की. वहीं नाबालिग ने जब काली करतूत का विरोध किया तो जानलेवा हमला कर दिया. हमले के बाद मनचले फरार हो गए. जिसके बाद योगी सरकार पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं कि, गुंडे-मवालियों को सुधारने का दंभ भरने वाली सरकार से कानून व्यवस्था नहीं संभल पा रही है क्या?

वहीं घटना को लेकर पीड़त छात्रा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि, जब वह स्कूल से निकली तो कुछ मनचलों ने गंदे इशारे किए. जिसको इग्नोर करते हुए वह वहां से निकली तो पीछे से आकर मनचलों ने गाड़ी से साइकिल में टक्कर मारकर गिरा दिया. उसके बाद आरोपियों ने गलत हरकत करने की कोशिश की. उसने उसका विरोध किया तो धारदार हथियार से गले पर हमला कर भाग गए.

इस पूरी घटना के बाद छात्रा की हालत देख लहू लुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया. उसके बाद पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी. हालांकि, डॉक्टर्स ने इलाज के बाद छात्रा को घर भेज दिया. पीड़ित परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है.

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