प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस में लगाया झाडू, कांग्रेस ट्विटर हैंडल में वीडियो हुआ वायरल…
लखीमपुर। किसानों से मिलने पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ओर हरियाणा के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर पुलिस ने हिरासत में लेकर गेस्ट हाउस में रखा था। जहां पर प्रियंका गांधी झाडू लगाते हुए वीडियो वायरल हो गया। 42 सेकेंड का ये वीडियो कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से हैशटैग लखीमपुर, हैशटैग किसान और हैशटैग लखीमपुर खीरी के साथ ट्वीट किया गया है। इसके साथ ही पार्टी की ओर से लिखा गया है-संघर्ष की तस्वीर….सीतापुर के इसी गेस्टहाउस में श्रीमती प्रियंका गांधी को हिरासत में रखा गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के लिए कल पूरी रात पुलिस हाथ-पांव मारती रही। पहले उन्हें लखनऊ में रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह वहां से निकल गईं। इस दौरान प्रियंका कुछ दूरी तक पैदल भी चलीं। तड़के चार बजे उन्हें और सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद उन्हें एक गेस्ट हाउस में रखा गया जहां वह झाड़ू लगाती नजर आईं। उधर, प्रियंका को हिरासत में लिए जाने पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की यूपी में सरकार है तो इसका ये मतलब कतई नहीं कि वे जो चाहेंगे करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रियंका यदि पीड़ित परिवारों से मिलने गई हैं तो जरूर मिलेंगी। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में जिसकी भी गलती है उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। मौत चाहे किसी की हो वो दु:खद है। सरकार को पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के लिए कल पूरी रात पुलिस हाथ-पांव मारती रही। पहले उन्हें लखनऊ में रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह वहां से निकल गईं। इस दौरान प्रियंका कुछ दूरी तक पैदल भी चलीं। तड़के चार बजे उन्हें और सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया।
इसके बाद उन्हें एक गेस्ट हाउस में रखा गया जहां वह झाड़ू लगाती नजर आईं। उधर, प्रियंका को हिरासत में लिए जाने पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की यूपी में सरकार है तो इसका ये मतलब कतई नहीं कि वे जो चाहेंगे करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रियंका यदि पीड़ित परिवारों से मिलने गई हैं तो जरूर मिलेंगी। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में जिसकी भी गलती है उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। मौत चाहे किसी की हो वो दु:खद है। सरकार को पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।