बिलासपुर

शराब बंदी की मांग को लेकर भाजपा ने घरों में दिया धरना, कहा- हम वायदे की याद दिला रहे हैं …

दिल्ली में अपने घर पर धरना देते सांसद अरूण साव.

बिलासपुर। भाजपा ने आज शरबा बंदी को लेकर 2 घंटे तक धरना दिया। लाकडाउन के चलते धरना का अंदाज अलग देखा गया। कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेताओं ने अपने अपने घरों में धरना देकर शराब बंदी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को तत्काल फैसला लेने को कहा है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक आज परसदा बिलासपुर स्थित निवास परिसर में ठीक दोपहर 3 बजे धरना पर बैठ गए। धरना के पीछे एक फ्लैक्स बैनर टंगा था जिसमें प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी लागू करने और शराब की होम डिलीवरी का आदेश तत्काल प्रभाव से  निरस्त करने की मांग पहले नंबर पर है। दूसरे क्रम पर यह कहा गया है कि प्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों को घर वापसी के लिए स्पष्ट कार्ययोजना बनाई जाए। तीसरा बिन्दू में किसानों को धान के अंतर की राशि को तुरंत उपलब्ध कराने और दो वर्ष का बोनस वायदे के मुताबिक दिए जाने तथा 19 फरवरी को जारी टोकन के हिसाब से धान खरीदी शीघ्र सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई।

मुंगेली से वरिष्ठ विधायक पुन्नुलाल मोहले.

भारतीय जनता पार्टी के बैनर में चौथे बिन्दू पर लिखा गया है कि अन्य प्रदेशों से जो लोग पास लेकर आ रहे हैं उन्हें प्रदेश की सीमा से वापस जाने के लिए बाध्य न किया जाए। प्रदेश में आने की सहज व्यवस्था हो। आखरी बिन्दू में कहा गया है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार क्या क्या इंतजाम कर रही है, सरकार अब तक कहां कहां राशि खर्च की है इसकी मदवार जानकारी सार्वजनिक किया जाए।

बेलतरा के विधायक रजनीश सिंह

बिलासपुर लोकसभा के सांसद अरुण साव ने दिल्ली में सांकेतिक धरना दिया। भाजपा के वरिष्ठ विधायक पुन्नुलाल मोहले ने मुंगेली जिला के ग्राम दशरंगपुर में और बेलतरा विधानसभा के विधायक रजनीश सिंह ने अपने गृह ग्राम पौंसरा में धरना दिया। दिल्ली बुलेटिन से बातचीत करते हुए इन नेताओं ने कहा कि कांग्रेस जिस मुद्दे को लेकर सत्ता में आई है हम उसी मुद्दे की बात कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी का वायदा कांग्रेस के नेताओं ने की थी। सरकार बने 18 माह हो गया, हम इसी वायदे की याद कांग्रेस सरकार को दिला रहे हैं। कोरोना संकट के चलते निम्न आय और मध्यम वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब है। गांव और शहर दोनों जगहों में लोग शराब पीने के आदि हो चुके हैं, इसलिए जब तक शराब बंदी नहीं होगा तब तक किसी न किसी तरह से लोग शराब के लिए पैसे की व्यवस्था करते रहेंगे और शराब पीते रहेंगे।

हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता और नगर निगम में पार्षद रहीं अन्नपूर्णा तिवारी ने कहा कि “मैं हाथ में लिए गंगाजल की शपथ याद दिलाना चाहती हूं, मुखिया अपना वचन निभाओ। आज पूरे प्रदेश में भाजपा के लोगों ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा के द्वारा शराबबंदी को लेकर किया जा रहा अनोखा आंदोलन शुरू हो चुका है। लॉक डाउन के कारण बिना किसी सामूहिक धरना-प्रदर्शन के पार्टी ने सभी कार्यकर्ताओं, नेताओं को आह्वान किया है कि वह अपने घरों के सामने ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए धरने पर बैठे।

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