छत्तीसगढ़पेण्ड्रा-मरवाही

युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पवन ने दिया इस्तीफा, पार्टी पर लगाया उपेक्षा का आरोप

पेंड्रा। अभी कुछ दिन पहले ही जोगी कांग्रेस के नेता जब कांग्रेस में प्रवेश किया था तो जिले के कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। हलांकि बाद में सब आल इज वेल हो गया था। कांग्रेस के बाद अब इस्तीफों का यह सिलसिला भाजपा में भी चालू हो गया है। कल ही गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की बहुप्रतीक्षित भाजपा कार्यकारणी की घोषणा की गई थी और आज भाजपा के इस कार्यकारणी से नाराज नेताओं के इस्तीफों का दौर भी चालू हो गया हैं। पार्टी में उपेक्षा से नाराज युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व युवा मोर्चा पेंड्रा के मण्डल अध्यक्ष, युवा नेता पवन केशरवानी ने भाजपा के सभी पदों से लेकर प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा नवनियुक्त जिला अध्यक्ष विष्णु अग्रवाल को सौंप दिया है।

पवन ने शीर्ष नेताओं पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। जिला कार्यकारणी घोषित होने से पूर्व पिछले साल वे पेंड्रा भाजपा मण्डल अध्यक्ष के भी दावेदार थे पर उस समय उन्हें मण्डल अध्यक्ष भी नहीं बनाया गया था। यही नहीं पेंड्रा नगर पंचायत चुनाव में उन्होंने भाजपा से पार्षद के टिकट की भी मांग की थी पर उन्हें टिकट तक नहीं दिया था। अब जब नये जिले में भाजपा की कार्यकारणी घोषित की गई तो उसमें भी उन्हें कोई जगह नहीं दी गई। पार्टी की इसी उपेक्षा से नाराज होकर पवन केशरवानी ने अंततः पार्टी के सभी पदों से लेकर प्राथमिक सदस्यता से भी अपना इस्तीफा जिला भाजपा अध्यक्ष को सौंप दिया।

उनके इस्तीफे के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि कई युवा भाजपा नेता भी इस्तीफा देंगे। दिल्ली बुलेटिन से बात करते हुये पवन केशरवानी ने कहा कि भाजपा में अब कर्मठ व पुराने कार्यकर्ताओं व नेताओं की अहमियत नहीं रह गई है। जबकि दूसरी पार्टियों से अभी अभी भाजपा में आये नेताओं को टिकट से लेकर विभिन्न पद तक दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेंड्रा में भाजपा अब 3 परिवारों के बीच ही सिमट के रह गई है और यहाँ भी परिवारवाद हावी है।

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