मध्य प्रदेश

विकास पर्व यात्रा : सीएम शिवराज ने धार जिले के कुक्षी से की यात्रा की शुरुआत, मां नर्मदा की पूजा कर गाया भजन

नर्मदा से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाने वाली 2717 करोड़ की कुक्षी उद्ववहन सिंचाई परियोजना का किया भूमि पूजन

भोपाल/धार। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धार जिले के कुक्षी के मेघनाथ घाट पहुंचे। विकास पर्व यात्रा की शुरुआत से पहले सीएम ने नर्मदा नदी के तट पर स्थानीय लोगों के साथ भजन गाया। यहां से उन्होंने आगामी 30 दिन तक चलने वाले विकास पर्व यात्रा की शुरुआत की। कुक्षी और गंधवानी विधानसभा के 175 गांवों की 75 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि को नर्मदा से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाने वाली 2717 करोड़ की कुक्षी उद्ववहन सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन भी किया।

77 माह बाद फिर क्षेत्र में नर्मदा पूजन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निसरपुर ब्लाक में 77 माह बाद एक बार फिर मां नर्मदा का पूजन किया। इसके पूर्व वे फरवरी 2017 में नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान नर्मदा किनारे कोटेश्वर तीर्थ पर पहुंचे थे। वहां पर संध्याकालीन मां नर्मदा की आरती और पूजन किया था। इसके बाद अब कोटेश्वर नर्मदा नदी से लगभग पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित मेघनाथ घाट पर मां नर्मदा का पूजन अर्चन किया। इसके बाद कुक्षी उद्वहवन सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन किया।

कुक्षी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना एक नजर में…

  • परियोजना की लागत 2 हजार 771 करोड़।
  • धार जिले के 175 ग्रामों के किसानों को 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लाभ मिलेगा।
  • कुक्षी तहसील के 96 गांव और गंधवानी तहसील के 79 गांव का कृषि भूमि में सिंचाई का प्रावधान है।
  • कुक्षी तहसील के 96 ग्रामों में लगभग 40 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी।
  • गंधवानी तहसील के 79 ग्रामों में लगभग 35 हेक्टेयर में सिंचाई होगी।
  • परियोजना से लाभान्वित कृषकों की संख्या लगभग 1 लाख 25 हजार है।
  • भूमिगत नहर प्रणाली से किसानों के खेत तक प्रेशराइज्ड जल उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे खेतों में स्प्रिंकलर/ड्रीप सिंचाई की जा सकेगी।
  • इस पद्धति से सिंचाई मिलने पर कृषकों को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी।

विकास पर्व की शुरुआत

आगामी 30 दिनों तक मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा विकास पर्व की शुरुआत की गई है। जो नर्मदा किनारे मेघनाथ घाट से हुई। यहां मुख्यमंत्री किसानों के लिए 2717 करोड़ की कुक्षी उद्वहन सिंचाई परियोजना की भूमि पूजन कर सौंगात दी। इसके बाद परियोजना से लाभान्वित होने वाले ग्रामों के चयनित किसानों और श्रमिकों से संवाद किया।

 

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