मध्य प्रदेश

इंदौर में शुरू हुआ अनोखा अभियान: देश के सबसे स्वच्छ शहर में महापौर और अफसर, जनता से कह रहे ‘नो थू थू’

इंदौर को और अधिक स्वच्छ बनाने के लिए शहर के 19 स्थानों पर ‘नो थू-थू अभियान’ शुरू किया गया

इंदौर। केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर भले ही पिछले छह साल से लगातार अव्वल आ रहा हो, लेकिन स्थानीय लोग सार्वजनिक स्थानों पर पान-गुटखे की पीक थूकने से बाज नहीं आ रहे। यही वजह है कि इंदौर नगर निगम ने शहर में सोमवार से ‘नो थू-थू’ अभियान शुरू किया, जिसके तहत लोगों को यहां-वहां पीक थूकने की बुरी प्रवृत्ति से रोका जाएगा।
गौरतलब है कि यह अभियान इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और वैश्विक निवेशक सम्मेलन के जनवरी 2023 में आयोजित कार्यक्रमों से ऐन पहले शुरू किया गया है। इनमें बड़ी तादाद में विदेशी मेहमान भी आने वाले हैं जिसके मद्देनजर शहर को खूब सजाया-संवारा जा रहा है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर में नो थू-थू अभियान की औपचारिक शुरुआत की। इस दौरान वह महू नाका चौराहे पर सड़क के डिवाइडर से पान की पीक साफ करते भी नजर आए। इस बार से स्वच्छता सर्वेक्षण में रेड स्पॉट यानी पान-तंबाकू की पीक के निशान की संख्या पर भी फोकस होगा और इस पर भी अंक मिलेंगे। जितने कम निशान मिलेंगे, उतने ज्यादा नंबर उस शहर को मिलेंगे। इसी के तहत देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को और स्वच्छ बनाने के लिए एक अनोखा अभियान ‘नो थू-थू अभियान’ शुरू किया गया है। इसके लिए सबसे पहले सड़क और दीवारों पर थूकने वालों पर लगाम लगाई जा रही है। प्रशासन ऐसे लोगों को समझाकर जागरुकता लाकर शहर को स्वच्छ बनाने में जुट गया है। इसके लिए सोमवार से शहर में ‘नो थू-थू अभियान’ के नाम से अनोखा अभियान शुरू किया गया है। शहर के 19 जगहों पर एक साथ ये मुहिम शुरू हुई। फिलहाल लोगों को समझाया जा रहा है। अगर नहीं माने तो 200 रुपए का फाइन वसूला जाएगा।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने महू नाके से और मेयर इन काउंसिल के सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया ने विश्व प्रसिद्ध 56 दुकान से इस अभियान का शुभारंभ किया। सभी पार्षद, जनप्रतिनिधि और अधिकारी खुद ब्रश लेकर रेड स्पॉट मिटाते और शहर को स्वच्छ करते नजर आए। ज्ञात हो, गुटखा,पाउच और पान मसाले का सेवन करने वाले लोग अक्सर शहर के सार्वजनिक स्थानों, दीवारों, फुटपाथ और सड़क पर थूककर उसे गंदा करते हैं, जो देखने में तो खराब लगते हैं। साथ ही शहर की स्वच्छता को भी बिगाड़ते हैं। इसलिए लोगों से पीक न थूकने की अपील की जा रही है।
नहीं मानने वालों को मौके पर ही जुर्माना
शहर में आगामी समय में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, इन्वेस्टर समिट के साथ जी20 देशों का सम्मलेन जैसे आयोजन भी होने वाले हैं। ऐसे में इन आयोजनों के दौरान देश-विदेश से यहां आने वाले मेहमानों को ऐसे गंदे स्थान न दिखें और उनके मन में शहर की स्वच्छ शहर की छवि बनी रहे, इसलिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। नगर निगम ये प्रयास कर रहा है कि शहर में पान गुटखा खाकर थूकने वालों पर रोक लगाई जाए। इसके लिए निगम जल्द ही सड़क फुटपाथ और दीवारों पर थूकने वालों पर स्पॉट फाइन करेगा। हालांकि, स्पॉट फाइन के तहत 200 रुपए की चालानी कार्रवाई की जाती है, जिसे और तेज किया जाएगा।
पानी से सड़कें धोकर की शुरुआत
इसी को ध्यान में रखते हुए इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, महापौर परिषद सदस्य अभिषेक शर्मा, प्रिया डांगी द्वारा शहर को रेड स्पॉट से मुक्त करने के लिए नो थू-थू अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान शहर के डिवाइडरों की पीली और काली लाइन को थूक थूककर लाल लाइन में बदलने वालों को महापौर ने संदेश दिया कि ऐसा ना करें। महापौर द्वारा ‘स्टॉप रेड स्पॉट’ एक्सप्रेस वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया और यहां-वहां थूकने से रोकने के लिए बनाए गए गीत को भी लॉन्च किया।
थूकने वालों पर लगेगा स्पॉट फाइन
नगर निगम अब इस प्रयास में जुट गई है कि शहर में पान गुटखा सड़कों पर थूकने वालों को रोकने के लिए उनमें जागरुकता फैलाई जा सके। इसके लिए निगम सड़क, फुटपाथ और दीवारों पर थूकने वालों पर स्पॉट फाइन लगाने की तैयारी कर चुका है। बता दें कि मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए शेड जो हाल ही में रंगे गए थे, इंदौरियों ने उस पर भी थूककर उसे लाल कर दिया है।
लाल धब्बे हटाने के लिए अभियान की शुरुआत
भार्गव ने बताया कि शहर से ऐसे बदनुमा लाल धब्बे हटाने के लिए ‘नो थू-थू’ अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत पहले चरण में लोगों को समझाया जा रहा है और यदि इसके बाद भी वे सार्वजनिक स्थानों पर पान-गुटखे की पीक थूकते नजर आए, तो दूसरे चरण में उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।

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