पेंशन बहाली की मांग को लेकर संघ के सदस्यों ने की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
मरवाही। पुरानी पेंशन की बहाली की मांग एक बार फिर मरवाही में गूंजी। सुपोषण योजना के शुभारंभ पर कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत का एवं संसदीय सचिव अंबिका सिंह देव के आगमन पर 2004 से बंद पड़ी पुरानी पेंशन की बहाली के लिए मरवाही ब्लॉक के छत्तीसगढ़ अंशदाई पेंशन कर्मचारी कल्याण संघ के सदस्यों के एक बार फिर ज्ञापन सौंपा गया। मालूम हो कि वर्ष 2004 में भाजपा के तात्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने विधेयक लाकर सरकारी कर्मचारियों की पेंशन व्यवस्था पर रोक लगाई थी। जिसके बाद से सरकारी कर्मचारी दर-दर की ठोंकरे खाने को मजबूर हैं।
इस बार महिला शक्ति सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत से मिलकर अपने बुढ़ापे को सुरक्षित करने के लिए वचन लिया एवं अपने बुढ़ापे को अच्छा बनाने के लिए भाजपा के अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार द्वारा बंद की गई पुरानी पेंशन योजना बहाली करने की मांग रखी। महिलाओं के विशेष तीज मिलन समारोह एवं सुपोषण योजना के तहत हमारे क्षेत्र में आई सांसद के द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया कि महिला कर्मचारियों एवं अन्य कर्मचारियों के हित के लिए जो भी प्रयास मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री तक करनी होगी मैं पुरजोर प्रयास करूंगी। हमारी महिलाओं एवं हमारे क्षेत्र के किसी भी कर्मचारियों का हक नहीं मारा जाएगा।
ज्ञापन देने समय मरवाही ब्लॉक से मोहन मिश्रा, जितेंद्र जयसवाल, केडी मिश्रा, आशीष शुक्ला, गौरी मिश्रा, नलिनी राय, मनीषा जयसवाल, हेमवती शर्मा, स्नेह लता मौर्य आदि शिक्षिक उपस्थित थे। दिल्ली बुलेटिन से बातचीत करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष मोहन मिश्रा ने कहा जब तक हमारी पुरानी पेंशन की बहाली नहीं हो जाती है इसी तरह निरंतर जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता तक अपनी बात पहुंचाने में प्रयासरत रहेंगे।