मध्य प्रदेश

शराब दुकान का विरोध करने ओरछा पहुंची उमा भारती: बोलीं- मैंने इस सरकार के लिए वोट मांगे, मुझे फांसी पर लटकाओ

शराब दुकान के बाहर अलाव जलाकर चौपाल लगाई, जमकर भड़कीं उमा भारती, गाय बांधने मंगाए खूंटे, नई शराब नीति का इंतजार नहीं करूंगी

निवाड़ी (ओरछा)। शराब दुकानों के खिलाफ अपनी मुहिम के चलते सख्त तेवर में दिख रहीं मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बुधवार शाम को रामराजा सरकार की नगरी ओरछा पहुंच गई हैं। यहां पहुंचकर धार्मिक नगरी में चल रही शराब की दुकानों का विरोध करते हुए रामराजा मंदिर के गेट के पास स्थित शराब दुकान के बाहर उमा ने अलाव जलाकर चौपाल लगा ली और गाय बांधने के लिए खूंटे मंगाए हैं। उन्होंने कहा है कि ​रामराजा सरकार की नगरी में शराब की दुकान का क्या औचित्य, लोगों की लत का उपयोग कर शराब बेचकर रुपए बनाना सरकार का धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि राम का नाम लेने वाले मूल दोषी हैं। मैंने इस सरकार के लिए वोट मांगे हैं, इसलिए मुझे फांसी पर लटकाओ।  उन्होंने कहा कि शराब की दुकान के लिए गांव अलॉट था, बीच नगर में दुकान अलॉट नहीं हुई थी। जिला आबकारी अधिकारी को तय करना था। आबकारी अधिकारी को शर्म आना चाहिए थी मंदिर के पास शराब के लिए जगह दे दी।

अपनी घोषणा के मुताबिक ओरछा पहुंची उमा ने धार्मिक नगरी में विवेकानंद तिराहे पर चल रही शराब दुकान के सामने जन चौपाल लगाकर अलाव जलाकर लोगों से चर्चा की। मीडिया से चर्चा में उमा भारती ने सरकार को उसकी शराब नीति को लेकर जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि हमने सोचा नहीं था कि हमारी सरकार में शराब की समस्या आ जाएगी। हम दिल्ली और छत्तीसगढ़ में इसका विरोध कर रहे थे। उससे बुरी हालत हमने यहां कर दी, कोई मान मर्यादा नहीं रखी। इस दुकान की मर्यादा तो रोड से 50 मीटर की भी नहीं है। उमा ने कहा कि ज्यादा राजस्व के लिए मनमाफिक जगह पर दुकान का आवंटन कर दिया गया। आबकारी अधिकारी ने यह नहीं सोचा कि रामराजा सरकार के दरवाजे पर दुकान खोल रहे हैं, क्या जरूरत है ऐसे राजस्व की।

लड़कियों के स्कूल के पास शराब की दुकान

ओरछा के विवेकानंद तिराहे पर स्थित शराब दुकान का जिक्र करते हुए उमा भारती ने कहा कि इस दुकान की मर्यादा तो रोड से 50 मीटर की भी नहीं है। भोपाल के करोंद चौराहे की शराब दुकान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक ही बाउंड्रीवॉल से लगा लड़कियों का स्कूल था और उसी से लगी शराब की दुकान थी। उन्होंने कहा कि शराब दुकान को राजस्व के लिए टारगेट दे दिया जाता है, क्योंकि हमें सबसे आसान शराब लग रही है। ज्यादा राजस्व के लिए दुकान वालों को मनमाफिक जगह पर दुकान का आवंटन कर दिया। आबकारी अधिकारी ने ये नहीं सोचा कि रामराजा सरकार के दरवाजे पर दुकान खोल रहे हैं, क्या जरूरत है ऐसे राजस्व की। शराब की दुकान के लिए गांव में जगह अलॉट की गई थी। बीच नगर में दुकान अलॉट नहीं हुई थी। जिला आबकारी अधिकारी को तय करना था। उमा भारती ने साफ कहा कि आबकारी अधिकारी को शर्म आनी चाहिए थी। शराब दुकान वाले तो अपना फायदा सोचेंगे। उन्होंने कहा कि अभी बात यह सामने आएगी कि उसे कितने करोड़ का ठेका दिया गया था।

मैं दोषी मुझे फांसी पर लटकाओ- उमा भारती

उन्होंने कहा कि अभी बात यह सामने आएगी कि उसे कितने करोड़ का ठेका दिया गया था। उन्होंने साफ कहा कि रामराजा सरकार की नगरी ओरछा से शराब से क्या राजस्व वसूलना। उन्होंने कहा कि आबकारी और जिला अधिकारी को टारगेट दिया जाता है। नशा लोगों की आदत व लत है और सरकार इसका उपयोग कर लेती है। लोगों की लत का उपयोग कर पैसे बनाना सरकार का धर्म नहीं है। सरकार का धर्म है कि लोगों की लत को खत्म कर दे। उन्होंने कहा कि इसमें मूल दोषी कौन है बात तो यहां आएगी। उमा भारती ने कहा कि इसमें मूल दोषी वह हैं जो राम का नाम लेते हैं। इसके बाद उमा भारती बोली कि मैं हूं मूल दोषी, मुझे फांसी पर लटकाओ। मैंने सरकार के लिए वोट मांगे थें।

शराब की दुकान के पास बांधेंगी गाय

उन्होंने कहा कि यहां लोगों को गंगाजल बांटना चाहिए। गाय का दूध और छाछ पिलाना चाहिए। आप यहां शराब पिला रहे हो, तो फिर किस बात की राम की भक्ति है। मीडिया ने उनसे सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी राम भक्ति से दूर हो रही है, तो जवाब में उन्होंने कहा कि यह तो आप वीडी शर्मा से पूछना, इस सवाल का हम जवाब नहीं देंगे। शराब की दुकान के पास सात गायों को बांधने के लिए खूंटा लगा दिया है। कल सुबह वहां पर उमा भारती स्वयं गाय बांधेंगी।

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