मध्य प्रदेश

MP में मिशनरी के चिल्ड्रन होम में आदिवासी बच्चियों का यौन शोष

बाल आयोग के ट्वीट के बाद हरकत में आई पुलिस, प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों पर केस दर्ज, प्रिंसिपल गिरफ्तार

डिंडोरी। मध्य प्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी से शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आई है। यहां चिल्ड्रन होम में शिक्षा के नाम पर बच्चियों का यौन शोषण किया जाता है. अमरपुर विकासखंड के जुनवानी गांव स्थित संस्था में मासूम आदिवासी बच्चियों के साथ यहां के शिक्षक ही घिनौनी हरकत कर रहे हैं। इसका खुलासा होने के बाद पुलिस हरकत में आई और प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। बहरहाल, यह घटना कहीं न कहीं आदिवासी जिले और इलाकों की दुर्दशा को दर्शा रही है। यहां बच्चियां के साथ किस तरह की हरकतें की जाती हैं, उसकी पोल खोलकर रख दी है। ऐसी जिले में संचालित तमाम संस्थाओं की जांच की जाए, तो इस तरह के कई मामले उजागर हो जाएंगे।

प्राप्त जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश राज्य बाल आयोग के निरीक्षण के दौरान जुनवानी स्थित मिशनरी की तरफ से संचालित अवैध चिल्ड्रन होम की बच्चियों ने वहां की व्यवस्था की खामियां गिनाई, लेकिन बाल आयोग के उस वक्त होश फाख्ता हो गए, जब 8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की। इस संस्था में 600 आदिवासी बच्ची रहती हैं। बच्चियों ने बताया कि उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है, उनके साथ घिनौनी हरकत की जाती है। अब तक ये बच्चियां डर की वजह से किसी को कोई शिकायत नहीं कर पा रही थीं। निरीक्षण में मामला प्रकाश में आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट किया और कार्रवाई नहीं होने की बात कही। तब पुलिस के आलाधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई। इस कार्रवाई के बाद डिंडोरी एसपी संजय कुमार सिंह ने प्रियंक कानूनगो के ट्वीट को रिट्वीट कर जानकारी दी कि प्रकरण में महिला थाने में अपराध क्रमांक 0/23 धारा 354,354 क (1),323,34 आईपीसी 7,8 पॉक्सो एक्ट, 75, 82 किशोर न्याय अधि. के तहत केस दर्ज किया जा चुका है। आरोपियों में प्रिंसिपल नान सिंह यादव और अतिथि शिक्षक सनी, संचालक सविता और खेम चंद सहित 4 लोग शामिल हैं। विवेचना के दौरान आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

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