राजस्थान

26 दिसंबर बाद मौसम में बदलाव होने की संभावना; साल के अंत में होगी कड़ाके की सर्दी, माउंट आबू में भी ठंड कमजोर …

जयपुर । प्रदेश में आज मौसम की स्थिति देखे तो सभी जगह आसमान साफ है और सुबह से धूप निकली है। कोटा, बूंदी, सीकर, अजमेर, चूरू में बीती रात न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। आज सबसे कम तापमान सीकर के फतेहपुर में 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। चूरू में भी आज लगातार सातवें दिन भी न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।

राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का इंतजार ईयर एंड पर पूरा होगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक महीने के आखिरी सप्ताह में एक वेस्टर्न डिर्स्टबेंस उत्तर भारत में सक्रिय हो सकता है, जिससे बारिश के साथ भारी हिमपात होने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से मैदानी इलाकों में भी बारिश हो सकती है, जिससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो सकता है। दिसंबर में इस सीजन में सर्दी के तेवर नरम ही रहे है। इस कारण इसका नुकसान रबी की फसल बोने वाले किसानों को भी उठाना पड़ सकता है।

हिल स्टेशन माउंट आबू में भी इस सीजन सर्दी कमजोर रही। यहां अमूमन इस समय तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहता है, लेकिन पिछले एक सप्ताह ये यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही बना हुआ है।

राज्य के अधिकांश हिस्सों में भले ही शाम और रात में सर्दी का असर थोड़ा तेज हो, लेकिन दिन में मौसम साफ रहने और धूप निकलने से तपन बढ़ी है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। कल दिन का सबसे अधिक तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस डूंगरपुर जिले में दर्ज हुआ।

स्कायमेट वेदर के मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तरी भारत में 26-27 दिसंबर से एक वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के सक्रिय होने की संभावना है। इस बार उम्मीद है कि ये डिर्स्टबेंस स्ट्रांग होगा, जिसके असर से हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इस सिस्टम का असर राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में भी देखने को मिल सकता है।

 

Back to top button