धर्म

महाअष्टमी के शुभ मुहूर्त में हवन करने से मिलता पूजा का फल…

नई दिल्ली। नवरात्रि में पर्व में देवी मां की पूजा नौ दिनों तक की जाती है। वैसे भी इन नौ दिनों में अलग-अलग तरह की मां की पूजा की जाती है। इसमें अष्टमी की पूजा बहुत खास होती है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं मां दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा करते हैं. अष्टमी की पूजा बहुत खास होती है लिहाजा इसमें की गई गलतियां  देवी मां को नाराज कर सकती हैं. साथ ही इन गलतियों के कारण पूजा का पूरा फल भी नहीं मिलता है. लिहाजा महाअष्टमी की पूजा-हवन  शुभ मुहूर्त में पूरी सावधानी से करें.

इस साल नवरात्रि की अष्टमी पर पूजा-हवन करने के लिए शुभ मुहूर्त

शाम को 07:42 से  रात 08:07 तक है.

  • अष्टमी के दिन न करें ये गलतियां
  • अष्टमी के दिन सुबह जल्‍दी नहाकर साफ कपड़े पहनें और पूजा करें.
  • दुर्गा पूजा के लिए सबसे शुभ समय संधि काल का होता है. लिहाजा शाम को शुभ मुहूर्त में पूजन-हवन करें. दीपक जलाएं.
  • जो लोग व्रत रख रहें या नवरात्रि पर केवल आराधना कर रहे हैं, उन सभी को अष्टमी के दिन हवन जरूर करना चाहिए. हवन के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है.
  • अष्टमी पर दिन में न सोएं. वरना पूजा का फल नहीं मिलेगा.
  • अष्टमी का व्रत रखा है तो नवमी के दिन कन्या पूजन करके ही व्रत खोलें. तभी व्रत पूरा माना जाता है.
  • अष्टमी पर नीले या काले कपड़े न पहनें. बल्कि लाल या पीले कपड़े पहनें.
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