लखनऊ/उत्तरप्रदेश

बांदा-चित्रकूट संसदीय सीट का समीकरण रहा है अभी तक सबसे अधिक ब्राह्मण और कुर्मी सांसद ही चुने गए, सपा प्रमुख ने बदली रणनीति

चित्रकूट
लोकसभा चुनाव के लिए भले ही सपा और भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इसके बाद भी सपा में प्रत्याशी बदलने की चर्चा तेज है। पार्टी सूत्रों की मानें तो संगठन में अंदर खाने किसी ब्राह्मण को उतारने पर मंथन चल रहा है कारण है कि सपा और भाजपा ने पटेल बिरादरी के प्रत्याशी घोषित किए हैं। बांदा-चित्रकूट संसदीय सीट का समीकरण रहा है अभी तक सबसे अधिक ब्राह्मण और कुर्मी सांसद ही चुने गए हैं। इस समीकरण को ध्यान में रखकर सपा ने नई संभावना तलाश रही है।

सपा ने लोकसभा के लिए सबसे पहले शिवशंकर सिंह पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि भाजपा ने अपने वर्तमान सांसद आरके सिंह पटेल को दोबारा प्रत्याशी बनाया है। माना जा रहा है कि एक ही बिरादरी के बीच भाजपा मुकाबला चाहती है। सूत्र बताते हैं कि सपा इसके लिए तैयार नहीं है। इधर, भाजपा के टिकट को लेकर पार्टी के कुछ ब्राह्मण नेता नाराज है। इसका फायदा सपा उठाना चाहती है। इसलिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिकट परिवर्तन का मन बना लिया है। वह किसी ब्राह्मण चेहरे को उतारने की तैयारी है।

बताते हैं कि जनप्रतिनिधि रहे एक व्यापारी नेता से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है। पार्टी उनके माध्यम से ब्राह्मण और व्यापारियों को साधने में तैयारी में है हालांकि अभी कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है लेकिन बताते हैं कि व्यापारी नेता ने अपने साथियों के साथ टिकट मिलने की स्थिति पर रायशुमारी शुरू कर दी है।
सपा जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र यादव ने बताया कि टिकट बदलने की अफवाह कुछ लोग उड़ा रहे है लेकिन पार्टी टिकट नहीं बदल रही है। प्रत्याशी के साथ संगठन चुनाव लड़ेगा। वैसे अचानक कुछ हो जाए तो वह कुछ कह नहीं सकते हैं।

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