लखनऊ/उत्तरप्रदेश

भोले के इस मंदिर में 3 बार बदलता है भगवान का रंग, भोले शंकर के मंदिर में चढ़ाएं सिर्फ पुष्प और पानी, जल्द होगी मनोकामना पूरी …

आगरा। भगवान शिव का पावन महीना सावन शुरू होने वाला है। भगवान शिव ऐसे देवता हैं जो आडंबर मुक्त हैं, जिनकी पूजा में कोई तामझाम नहीं है। दुनियाभर में भगवान शंकर को विभिन्न रंगों के पुष्प और एक लोटा पानी चढाने वालों की मनोकामना जल्दी पूरी होती है। सावन के मौके पर हम आपको भगवान शिव के ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें मौजूद शिवलिंग एक दिन में तीन बार रंग बदलता है। 850 साल पुराना ये भोलेनाथ का ये मंदिर आगरा में स्थित है। भगवान शिव के इस मंदिर का नाम राजेश्ववर मंदिर है।

भगवान शिव के इस मंदिर को राजाखेड़ा के एक सेठ ने करीब 850 साल पहले स्थापित किया था। इस मंदिर की खास बात ये है कि यहां मौजूद शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। इस मंदिर और शिवलिंग को लेकर कथा प्रचलित है कि एक बार सेठ भगवान शिव का लिंग लेकर बैलगाड़ी से जा रहा था। राजखेड़ा के पास मौजूद एक कुआं देख वो सेठ वहीं आराम करने लगा। इस दौरान भगवान शिव उसके सपने में आए और उन्हें वहीं स्थापित करने का आदेश दिया। सेठ नहीं माना और शिवलिंग को लेकर आगे जाने लगा लेकिन शिवलिंग वहां से हिला नहीं और वहीं स्थापित हो गया। तब से ये मंदिर यहीं मौजूद है।

शिवरात्रि और सावन के महीने में इस मंदिर में भक्तों की भीड़ लगती है। सावन के महीने में मंदिर में विशेष आरती का आयोजन किया जाता है। मंदिर के कपाट भी सुबह चार बजे से रात दस बजे तक भक्तों के लिए खुले रहते हैं। सावन के महीने में इस मंदिर में पूजा का विशेष महत्व है। क्या आम और क्या खास, मंदिर में हर कोई बाबा के पास अपनी मन की मुराद लेकर आता है। पिछले दिनों संग्राम सिंह से शादी से पहले पायल रोहतगी भी ने भी इस मंदिर में पूजा अर्चना की थी।

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