छत्तीसगढ़

कोरबा में अटल के सामने गुटबाजी पर लगाम कसने की चुनौती

मुख्यमंत्री बघेल की नजर, नगर निगम कोरबा पर…

कोरबा (गेंदलाल शुक्ल)। नगरीय निकाय  चुनाव से पहले कॉन्ग्रेस में लंबे समय से  व्याप्त गुटबाजी के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नजर छत्तीसगढ़ के सबसे धनवान नगर पालिक निगम कोरबा पर आकर ठहर गई है। उन्होंने अपने करीबी और विश्वस्त सहयोगी अटल श्रीवास्तव को कोरबा नगर निगम के लिए पर्यवेक्षक के रूप में तैनात करा दिया है। इस तैनाती के बाद नगर निगम  चुनाव में कांग्रेस की टिकट के चहेते दावेदारों की पेशानी में बल पड़ने लगा है। कहा जा रहा है कि अटल श्रीवास्तव इस चुनाव में गुटबाज नेताओं की मुश्कें कसेंगे।

 नगर पालिक निगम कोरबा की गिनती प्रदेश के संपन्न नगर पालिक निगमों में होती है। 700 करोड़ रुपयों से अधिक के वार्षिक बजट वाले कोरबा नगर निगम में महापौर की कुर्सी जहां प्रतिष्ठा का पर्याय है, वहीं रातों रात किस्मत बदल देने वाली भी मानी जाती है। महापौर पद पर आसीन होने के बाद लोगों ने आसमान की ऊंचाइयां नाप ली है। नगर निगम कोरबा के बलबूते न केवल जिले में राजनीतिक संगठनों का सुचारू संचालन किए जाने की बल्कि प्रदेश स्तर पर भी तमाम संसाधन उपलब्ध कराने की चर्चा जनसामान्य में हमेशा रही है। यही वजह है कि नगर निगम के महापौर पद के लिए राजनीतिक दलों में अघोषित जंग छिड़ी रहती है। कोरबा में कांग्रेस पार्टी लंबे समय से गुटबाजी में उलझी हुई है।

यही नहीं कहा तो यह भी जाता है कि यहां कांग्रेस को कथित रूप से हाईजैक कर लिया गया है और निष्ठावान कार्यकर्ता हाशिए में ढकेल दिए गए हैं। संभवत: यही वजह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने विश्वासपात्र सहयोगी अटल श्रीवास्तव को कोरबा नगर निगम के चुनाव की बागडोर सौंपी है।  मजे की बात यह है कि नगर निगम कोरबा में अनेक महत्वाकांक्षी कांग्रेस नेता पार्टी की टिकट घोषित होने से पहले ही अलग-अलग वार्डों में अपना चुनाव प्रचार करने लगे हैं। यह ऐसे नेता है जो खुद को महापौर पद का दावेदार मान रहे हैं और जिन्हें फिलहाल पार्षद का चुनाव लड़ने का इशारा कहीं से मिल गया है।

यह इशारा आने वाले दिनों में कितना कारगर होगा यह कहना तो कठिन है लेकिन यह तय माना जा रहा है कि पार्टी प्रभारी अटल श्रीवास्तव बिना किसी दबाव और प्रभाव में आए प्रत्याशियों का चयन सुनिश्चित करेंगे। राजनीतिक हल्के मैं चर्चा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसी भी सूरत में नगर निगम कोरबा को कांग्रेस के हाथ से नहीं निकलने देना चाहते। यही वजह है कि उन्होंने अपने करीबी सहयोगी अटल श्रीवास्तव को कोरबा की कमान सौंपी है। आने वाले दिनों में नगर निगम कोरबा के चुनाव को लेकर नए समीकरण बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

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