मध्य प्रदेश

स्वास्थ्य मंत्री को हड़ताली संविदा कर्मियों ने घेरा, गाड़ी बदलकर उल्टे पांव भागे

जेपी हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री प्रभूराम चौधरी को घेरकर कर्मचारियों ने शुरू की नारेबाजी, पुलिस ने दूसरी गाड़ी से निकाला

भोपाल। राजधानी भोपाल में पिछले 10 दिनों से धरना दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का आज शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी पर गुस्सा फूट पड़ा। हड़ताली कर्मचारियों ने जेपी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री को घेर लिया और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने गाड़ी बदलकर मंत्री को वहां से रवाना कर दिया।
दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी शनिवार को जेपी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां धरने पर पर बैठे संविदाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। स्वास्थ्य मंत्री इस दौरान कार में बैठे-बैठे प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की मांग सुन रहे थे। जबकि, कर्मचारी कार से उतरकर बात करने की मांग कर रहे थे। लेकिन, मंत्री कार से नहीं उतरे। इससे संविदा कर्मचारी नाराज हो गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने मंत्री प्रभुराम चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्वास्थ्य मंत्री के संविदा कर्मचारियों के बीच घिरने की सूचना पर तत्काल वहां भारी पुलिस बल पहुंचा और भीड़ से घिरे मंत्री चौधरी को दूसरी कार में बैठाकर वहां से किसी तरह निकाला।
बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर मंत्री चौधरी बेहद नाराज हैं और उन्होंने पुलिसकर्मियों को भी खरी-खोटी सुनाई। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी को हबीबगंज थाने लाया गया है। इतना ही नहीं, आनन-फानन में प्रशासन ने जेसीबी की मदद से धरनास्थल पर मिट्टी भर दी, ताकि आगे से कोई वहां प्रदर्शन नहीं कर सके। दूसरी ओर कर्मचारियों को थाने ले जाने के बाद हबीबगंज थाने के बाहर भारी संख्या में एनएसयूआई मेडिकल विंग के कार्यकर्ता जमा हो गए। एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने कहा कि शिवराज सरकार तानाशाही पर उतर आई है। अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे संविदाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार सुन ले- ये धरना रुकने वाला नहीं है। जरूरत पड़ने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हम सीएम हाउस का भी घेराव करेंगे।

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