मध्य प्रदेश

एमपी में कांग्रेस को तगड़ा झटका, पूर्व विधायक ने छोड़ा हाथ का साथ, सीएम के समक्ष थामा बीजेपी का दामन

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता एवं सागर जिले की देवरी विधानसभा से विधायक रह चुके बृज बिहारी पटेरिया ने कांग्रेस छोड़ दी और शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए। सीएम शिवराज सिंह के सामने बृज बिहारी पटेरिया को कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
बुंदेलखंड अंचल से एक और कांग्रेस नेता के टूटकर बीजेपी में शामिल होने की घटना को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कुछ महीने पहले सागर जिले के ही खुरई के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने भी कांग्रेस छोड़ दी है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री भूपेंद्र सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने पटेरिया को बधाई दी है।
पार्टी से नाराज चल रहे थे बृज बिहारी
बृज बिहारी पटेरिया कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे। बृज बिहारी पटेरिया 1998 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे बृज बिहारी पटेरिया को 2013 में कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव ने सागर जिले की रहली सीट से 52 हजार वोटों से हराया था। पूर्व विधायक बृज बिहारी के भतीजे और बीजेपी नेता विनीत पटेरिया की पत्नी देवरी जनपद की अध्यक्ष हैं।
भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट कर दी बधाई
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बृज बिहारी पटेरिया के बीजेपी में शामिल होने पर ट्वीट पर बधाई दी है। भूपेंद्र सिंह ने लिखा, ‘सागर जिले की देवरी विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक बृज बिहारी पटेरिया जी आज भाजपा परिवार में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व व नीतियों से प्रेरित होकर पटेरिया ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।’
दिग्विजय सिंह ने दी भूपेंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने की चेतावनी
ज्ञात हो, सागर में एक के बाद कांग्रेस के नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सागर दौरे पर गए थे। जहां उन्होंने बताया था कि भाजपा सरकार सागर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है। दिग्विजय सिंह ने वहां पर एक और बड़ी बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर कोई मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने को नहीं मिलेगा तो वह खुद मैदान में उतरेंगे। इससे पहले कमलनाथ के करीबी और पूर्व मंत्री अरुण चौबे ने कांग्रेस छोड़ी थी, लेकिन आज फिर एक बार कांग्रेस को सागर से एक बड़ा झटका लगा है। वहीं सागर में कांग्रेसियों पर एफआईआर के मामले में नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपाई और उनके परिवार पर कमलनाथ सरकार ने 77 झूठे केस दर्ज करवाए थे। हमने तो अपराधियों पर एफआईआर दर्ज करवाई है, इसमें गलत क्या है? इनके ट्रैक रिकॉर्ड देख सकते हैं। वहीं, दिग्विजय के खुरई से चुनाव लड़ने की चुनौती पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि लड़ें न, किसने रोका है। कोई कांग्रेसी प्रत्याशी ना मिले तो वह सामने आ जाएं, जनता जवाब देगी।

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