मध्य प्रदेशदेश

उज्जैन में पंडि़त प्रदीप मिश्रा की कथा 4 अप्रैल से, रुद्राक्ष वितरण के संबंध में बड़ा फैसला

कथा स्थल कार्तिक मेला ग्राउंड पर जोर-शोर से शुरू हुई तैयारियां

उज्जैन। विश्व विख्यात बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की श्री शिव महापुराण कथा आगामी 4 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। कथा सुनने के लिए देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे, इस दौरान सीहोर जैसा घटनाक्रम नहीं हो जाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए आयोजन समिति और पुलिस एवं प्रशासन की आवश्यक बैठक हुई। इसमें रुद्राक्ष वितरण को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। बैठक में समिति ने निर्णय लिया कि कथा के दौरान रुद्राख वितरण नहीं होगा, ताकि कथा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

41 एकड़ जमीन की जा रही समतल, पूर्णतः लकड़ी से बंगाली डिजाइन में बनेगा पंडाल

पं. प्रदीप मिश्रा की यह कथा मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में होने जा रही है। बडऩगर रोड पर मुल्लापुरा स्थित आनंद अखाड़े के सामने कार्तिक मेला ग्राउंड पर यह कथा 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चलेगी। यहां आयोजन समिति द्वारा विशाल पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इस बड़े आयोजन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी चल रही है। कथा के लिए 41 एकड़ जमीन आरक्षित कर वहां समतलीकरण का काम शुरू हो गया है। उज्जैन में पहली बार होने जा रही पं. प्रदीप मिश्रा की कथा के लिए समिति द्वारा नया प्रयोग भी किया जा रहा है। यहां पहली बार बंगाली पैटर्न में लकड़ी का पंडाल बनेगा। पं. मिश्रा के सेवादार समीर शुक्ला ने बताया कि कथा में लाखों लोगों के आने की संभावना है। व्यवस्था भी उसी स्तर पर की जा रही हैं।

रोज 40 हजार लोगों के भोजन की रहेगी व्यवस्था

श्री शुक्ला के अनुसार कथा स्थल के आसपास मार्ग होने से बाहर से आने वाले भक्तों को भी परेशानी नहीं होगी। जगह का चुनाव करने में विशेष ध्यान रखा गया है। रोड के दूसरे हिस्से में भोजनशाला बनाई जाएगी, जहां 40 हजार लोग रोज भोजन ग्रहण कर सकेंगे। इसके अलावा कथा स्थल के चारों और पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, ताकि जाम की स्थिति भी न बने। इसके लिए समिति अपने स्तर पर व्यवस्था जुटाएगी, वहीं पुलिस की भी मदद ली जाएगी।

फुली वेंटिलेटेड होगा पंडाल, छोटा अस्पताल भी बनाएंगे

कथा का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक रहेगा। गर्मी अधिक रहने के चलते पंडाल को भी फुली वेंटिलेटेड बनाया जा रहा है। गर्मी में किसी को परेशानी न हो, इसके लिए जगह-जगह फव्वारे भी लगाए जाएंगे।  डेढ़ लाख वर्गफीट के इस पंडाल में 6 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। जरूरत के समय इसे 15 लाख लोगों के बैठने के हिसाब से बढ़ाया जा सकेगा। फिर भी कोई परेशानी हो तो छोटा अस्पताल भी बनाया जाएगा। यहां दो डॉक्टर कथा के दौरान मौजूद रहेंगे, वहीं पंडाल के आसपास इमरजेंसी रोड भी बनाई जाएगी। ताकि, आपात स्थिति में किसी को भी तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके।

उपसमितियां गठित कर सौंपी जाएंगी अलग-अलग जिम्मेदारियां

स्थानीय स्तर पर श्री विठ्ठलेश सेवा समिति के गठन के बाद अब उप समितियों को गठित की जाएंगी। इनमें पेयजल समिति, भोजन समिति, पंडाल समिति, यातायात समिति, प्रशासनिक समन्वय समिति, स्वास्थ्य समिति प्रचार समिति होगी। महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंडाल समिति, पेयजल समिति और भोजन समिति की जिम्मेदारी इन्हें ही दी जाएंगी। दूसरी ओर बाहर से आने वाले यजमानों के लिए दो होटल भी आरक्षित कर ली है, जहां पूजा-पाठ होगा और नवग्रह स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशालाओं से बात की जा रही है।

गर्मी को ध्यान में रखते हुए की जा रही विशेष व्यवस्था

समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने बताया कि गर्मी को देखते हुए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। सभी को पीने का पानी मिले। इसके लिए जगह-जगह पानी की टंकियां रखी जाएंगी। वहीं गर्मी में किसी को परेशानी न हो, इसके लिए फव्वारे भी लगाए जाएंगे। व्यवस्था को देखते हुए 12 उप समितियों का गठन करने का भी काम किया जा रहा है।

रुद्राक्ष वितरण को लेकर यह लिया फैसला

आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा एवं सागर शुक्ला ने बताया भागवत कथा के दौरान उज्जैन में रुद्राक्ष का वितरण नहीं होगा। भागवत कथा के दौरान पार्किंग, यातायात व्यवस्था, कानून व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में शनिवार को उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और  एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने समिति के पदाधिकारियों एवं सदों के साथ बैठक कर समीक्षा की। आयोजन समिति के सदस्यों से कहा गया कि वे संपूर्ण आयोजन का प्रजेंटेशन तैयार कर, जिसमें नक्शे, लोकेशन आदि सुस्पष्ट हों, पुलिस एवं प्रशासन को उपलब्ध कराएं। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल, छाया एवं शौचालय की व्यवस्था आयोजन समिति द्वारा की जाए। बैठक में निगमायुक्त रोशन सिंह, एडीएम अनुकूल जैन, एएसपी अभिषेक आनंद, डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, पुलिस उप अधीक्षक एसपीएस राठौर, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, एमपीईबी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

सीहोर में फैल गई थी अव्यवस्था

ज्ञात हो कि पिछले माह पं. प्रदीप मिश्रा द्वारा कुबेरेश्वर धाम सीहोर में रुद्राक्ष वितरण महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें पहले दिन ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु रुद्राक्ष लेने पहुंच गए थे। क्षमता से अधिक लोग आने के कारण सीहोर में अव्यवस्था फैल गई थी और सडक़ों पर भी लंबा जाम लग गया था, यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को भी खाने, पीने और ठहरने तक विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा था, ऐसी किसी समस्या का सामना उज्जैन में श्रद्धालुओं को नहीं करना पड़े, इसलिए समिति द्वारा रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम नहीं करने का फैसला लिया है।

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