मध्य प्रदेश

भाजपा में रार, वरिष्ठ नाराज : रघुनंदन शर्मा बोले – द्रौपदी बन गई भाजपा, सत्तन ने कहा कटोरा लेकर आए सिंधिया

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता संगठन की कार्यशैली से खासे नाराज हैं। इन नेताओं का कहना है कि कांग्रेस से आए नेताओं का पद, प्रतिष्ठा और सम्मान मिल रहा है, लेकिन भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ नेताओं की कोई सुनने वाला नहीं है। इसके चलते संगठन को नुकसान हो रहा है और पुराने नेता पार्टी छोडऩे की तैयारी में हैं।

पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने संगठन के प्रमुख नेताओं की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी में संवाद की कमी है। प्यारे लाल खंडेलवाल, कुशाभाउ ठाकरे के समय कार्यकर्ता की सुनी जाती थी, लेकिन अब कार्यकर्ता की सुनने वाला कोई नही है। हमारे यहां पार्टी में 5 -5 प्रदेश प्रभारी हं, पांच पति वाली द्रोपदी की जो दशा हुई है वैसे ही पार्टी की दुर्दशा हो रही है। रघुनंदन शर्मा ने कहा कि ये 5 प्रभारी भी प्रभावशाली ठंग से संगठन नहीं चला पा रहे हैं और संवाद हीनता की स्थिति पैदा हो रही है। दीपक जोशी को लेकर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता और नेताओं के पार्टी छोडक़र जाने के पीछे भी संवाद की कमी नजर आई है। इसी संवादहीनता की कमी के चलते पिछले विधानसभा चुनाव में हम हारे थे, 18 में कांग्रेस नहीं बल्कि हम हारे थे। उन्होंने आगाह किया अभी भी समय है पार्टी संगठन को कार्यकर्तायो की समस्या समझना चाहिए, उनसे संवाद करना चाहिए।

कटोरा लेकर थाली भरने का उपक्रम कर रहे सिंधिया : सत्तन

भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर भड़ास निकाली है। मीडिया से चर्चा के दौरान सत्तन ने कहा कि – सिंधिया का कोई उपकार नहीं है, कटोरा लेकर अपनी थाली भर लेने का उपक्रम किया है, केवल दल बदलकर अपनी रीति-नीति का ही निर्वाह ही किया है, इतिहास इस बात की गवाही देता है। वे कुल मिलाकर अपने स्वार्थ के लिए आए हैं, उन्हें पता था कि मैं एक वजनदार परिवार का सदस्य हूं। जिसने भारतीय इतिहास में अपने खानदान को दर्ज किया है, और दर्ज करने के परिणाम स्वरूप इतना बड़ा नाम है, तो दल बदलने में कोई हानि नहीं होगी। इनके पिताजी ने भी दल बदला है, केवल एक मात्र राजमाता ऐसी आराध्य देवी थी जिन्होंने भाजपा और जनसंघ को संजीवनी प्रदान की, अब ये अपनी दादी की पार्टी में रपट के आ गए, इन्होंने कहा कि वहां सम्मान नहीं मिल रहा था, यहां मिल गया, सम्मान का मतलब फूल हार नहीं है, सम्मान का मतलब पद है, वो मिल गया। सत्तन का साफ कहना है कि जो कांग्रेस छोडकर भाजपा में आ रहे हैं, उन्हें पद और सम्मान दिया जा रहा है, वहीं पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओं की कोई पूछ परख नहीं है।

विजयवर्गीय बोले- भाजपा ही भाजपा को हराती है

उधर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। विजयवर्गीय एक न्यूज चैनल से चर्चा में कह रहे हैं कि कांग्रेस आज की स्थिति भी बीजेपी को किसी भी स्थिति में नहीं हरा सकती है। लेकिन भाजपा ही भाजपा को हरा सकती है। उन्होंने स्वीकार किया कि संगठन स्तर पर कुछ गलतियां हुई हैं, उनको ठीक कर रहे हैं।

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