नई दिल्ली

लंदन में मिले सेंचुरी आइकॉन अवार्ड को राकेश टिकैत ने किया किसानों को समर्पित…

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों की पुरजोर खिलाफत कर किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को लंदन में 21वीं सेंचुरी आइकॉन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। सेंचुरी आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर राकेश टिकैत ने इसे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को समर्पित किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद लंदन की कंपनी ने इस अवॉर्ड के लिए राकेश टिकैत को नामित किया था। यह अवॉर्ड लंदन की स्क्वायर वाटरमेलन द्वारा अपनी छाप छोड़ने वाली शख्सियतों को हर साल दिया जाता है।

वहीं, किसान आंदोलन खत्म होने के बाद राकेश टिकैत ने आगे का रोडमैप तैयार किया है। उन्होंने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के मुलाकात करने का प्लान बनाया गया है। राकेश टिकैत ने कहा कि, ”वे हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।”

चुनाव के दौरान प्रचार करते हुए दिखाई देंगे राकेश टिकैत? इस सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि नहीं, वे चुनाव के दौरान किसी मंच से प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता को मालूम है कि किसे वोट देना है।

राकेश टिकैत ने आगे की रणनीति के बारे में बात करते हुए कहा, ”15 दिसंबर तक सभी किसान धरना स्थल छोड़ देंगे। एसकेएम की अगली बैठक 15 जनवरी को होगी। आज मैं 3 दिवसीय कार्यक्रम के लिए हरियाणा, चंडीगढ़ और अमृतसर जा रहा हूं और उन इलाकों में विरोध प्रदर्शन को समाप्त कराऊंगा।”

राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग सफलता पूर्वक मान ली गई है लेकिन किसान महापंचायतें आगे भी जारी रहेंगी। टिकैत ने कहा कि हर साल 10 दिवसीय किसान आंदोलन मेला का आयोजन किया जाएगा। साथ ही किसानों से जुड़े मुद्दे पर समय-समय पर महापंचायत भी आयोजित की जाएंगी। बता दें कि सरकार द्वारा किसानों की मांगों को स्वीकार कर लेने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान कर दिया है। किसान अब धरना स्थल को खाली कर अपने घरों को लौट रहे हैं।

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