नई दिल्ली (पंकज यादव) । अमेठी जिला मुख्यालय गौरीगंज में राम कथा के लिए पधारे तुलसी पीठ चित्रकूट के पीठाधीश्वर स्वामी राम भद्राचार्य ने पाक अधिकृत कश्मीर को वापस भारत में शामिल किए जाने की मांग उठाई। उन्होंने देश में समान नागरिक संहिता लागू किए जाने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही। ‘हिन्दुस्तान’ से खास बातचीत में पद्म विभूषण राम भद्राचार्य ने देश, समाज व धर्म से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण शुरू होने पर राम भद्राचार्य ने खुशी जताते हुए कहा कि उनके जीवन का एक संकल्प पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से यह कहते रहे हैं कि निश्चित रूप से जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण होगा। इसके लिए उन्होंने शास्त्रीय साक्ष्यों के साथ गवाही भी दी थी।
कश्मीर के विषय में बात करते हुए राम भद्राचार्य ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा हमारे स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है। कश्मीर के जिस हिस्से पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, उसे वापस भारत में शामिल किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा कश्मीर हमको चाहिए।
देश के सभी नागरिकों के लिए एक समान नियम, कानून होने की पैरवी करते हुए राम भद्राचार्य ने कहा कि समान नागरिक संहिता उनके जीवन का संकल्प है। इसके लागू होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
स्वामी राम भद्राचार्य ने राष्ट्र देवो भव का संदेश देते हुए कहा कि देश के सभी निवासियों को देश के मान- सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। देश की एकता व अखंडता के लिए भारत में निहित देवत्व तत्व को स्वीकार करें तभी राष्ट्र का गौरव सुरक्षित रहेगा।