मध्य प्रदेश

ऑपरेशन धमाका : दिवाली से पहले पटाखा व्यापारियों के 160 ठिकानों पर छापा, बड़े पैमाने पर कर चोरी की आशंका, वाणिज्य कर विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई…

भोपाल. जैसे-जैसे दिवाली पर्व नजदीक आ रहा है, इसकी तैयारियां जोरों पर है. इस बीच दिवाली के लिए शहर में पटाखों की दुकानें लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पर्व की इन तैयारियों के बीच पटाखा कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई भी हो रही है. दिवाली से पहले स्टेट जीएसटी ने बुधवार को इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, हरदा, कटनी समेत 21 शहरों में 59 कारोबारियों के 160 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। बुधवार से शुरू हुई जांच की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। पटाखा कारोबारियों पर अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है.

वाणिज्यिक कर विभाग के अनुसार बुधवार को जिला प्रशासन ने पटाखा कारोबारियों के लाइसेंस रिन्यू करने शुरू किए हैं। भोपाल में लिली टॉकीज, कोलार, जंबूरी मैदान, बैरागढ़ के अस्थाई बाजार में ये दुकानें लगेंगी। इस संबंध में शिकायत मिली थी कि दिवाली से पहले प्रदेश में बड़ी मात्रा में बिना बिल के पटाखों का स्टाक किया जा रहा है. राज्य में पटाखों की आवक मुख्य रूप से शिवाकाशी से होती है. इसके बाद टैक्स चोरी और दस्तावेजों में गड़बड़ी को लेकर जांच शुरू की गई है. राजधानी भोपाल में हलालपुरा बस स्टेंड के पास 7 कारोबारियों के 20 ठिकानों की जांच की जा रही है. बुधवार को दिनभर 70 से अधिक अधिकारी दस्तावेज खंगालते रहे. वहीं, इस कार्रवाई पर भोपाल होलसेल पटाखा मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष दौलतराम सबनानी ने कहा कि त्योहार पर 8 दिन का कारोबार रहता है. कार्रवाई से व्यापार पर असर पड़ेगा. ऐसी जांच एक माह पहले कर लेते तो हमें दिक्कत नहीं होती.

स्टेट जीएसटी ने इंदौर के 12 थोक पटाखा व्यापारियों के 55 ठिकानों पर छापा मारा. शहर में करीब 200 अधिकारियों की टीम कर चोरी का पता लगाने में जुटी हुई है. रीजनल पार्क के सामने लगी अस्थाई थोक पटाखा दुकानों और व्यापारियों की अलग-अलग क्षेत्रों में बनी दुकानों और गोदामों के साथ ही यह टीमें कारोबारियों के घरों पर भी जांच करने पहुंचे. देर रात तक चली इस कार्रवाई में गड़बड़ी पाए जाने वाली दुकानों और गोदामों को सील कर दिया गया. दूसरे दिन गुरुवार सुबह से फिर जांच शुरू कर दी गई, जो समाचार लिखे जाने तक जारी थी. जांच टीम के अनुसार कई व्यापारियों द्वारा बड़ी मात्रा में कर चोरी उजागर होने की आशंका है.

इधर, राज्य कर विभाग के आयुक्त लोकेश जाटव ने कहा कि सूचना के बाद कार्रवाई की गई. कुछ पटाखा कारोबारियों द्वारा बड़ी मात्रा में बिना बिल के पटाखों का स्टाक रखने की सूचनाएं मिली हैं. यह जांच एक-दो दिन आगे चल सकती है. उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में पटाखा कारोबार में कमी रही है, लेकिन इस बार पटाखा बाजार में दिवाली की अच्छी खरीदी शुरू हो गई है. इस बार ग्रीन पटाखे मिलेंगे, जिससे प्रदूषण कम होने के साथ आवाज भी कम होगी. इस बार विदेशी पटाखा दुकान पर बिका तो लाइसेंस ही निरस्त कर दिया जाएगा.

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