शराब ठेके की शिकायत पर भड़की राजस्थान पुलिस ने नाबालिग और युवक की चमड़ी उधेड़ी; बैठ भी नहीं सकते ….
बीकानेर। राजस्थान की पुलिस पर अब शराब ठेकेदारों की हिमायती बनने का आरोप लगा है। पुलिस पर संगीन इल्जाम यह भी है कि उसने एक नाबालिग और युवक को पीटने का है। पिटाई से दोनों को काफी चोटें आई हैं। पुलिस के खिलाफ इलाके के लोग आक्रोशित हो गए हैं। नाबालिग और युवक के शरीर पर चोटों के निशान पुलिस उनकी हालत बयां कर रहे हैं।
मामला बीकानेर के लूणकरणसर का है। पीड़ितों का कहना है कि वो चाहते थे कि शराब का ठेका देर रात तक खुला ना रहे। इसके लिए उन्होंने वहां के शराब दुकानदार को समझाया था। समझाने के बाद दो दिन तक ठेका रात 8 बजे बंद हुआ। लेकिन उसके बाद यह ठेका देर रात खुला रहता था। 22 जुलाई को युवक और यह नाबालिग शराब दुकानदार को समझाने गए थे।
इनके वहां से जाने के बाद देर रात थाना प्रभारी सुमन पड़िहार, सिपाही नेतराम के साथ स्कॉर्पियो में सवार होकर इनके घर पहुंचा। इसके बाद घर से नाबालिग और उसके साथी अनिल रोझ को अपना कार में बैठा कर ले गए।
दोनों पीड़ितों का कहना है कि 23 जुलाई को थाने में दिन भर इनके साथ दिनभर मारीट की गई। पीड़ितों का दावा है कि पुलिस ने मारपीट करते वक्त इनका वीडियो भी बनाया है। 24 जुलाई को जब पीड़ित घर पहुंचे तब उनके शरीर के जख्म देख घरवाले चकित रह गए।
बताया जा रहा है कि उनके पीठ और निचले हिस्से पर डंडे से पिटाई का गहरे निशान हैं। नाबालिग और युवक ठीक से बैठ पाने में भी नाकाम हैं। पीड़ितों ने अब बीकानेर रेंज के आईजी ओम प्रकाश पासवान के पास अपनी शिकायत की है। इस मामले में आईजी ने एसपी को जांच करवा कर कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं।
पीड़ितों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने बबर्रता दिखाते हुए पुलिस कर्मियों से कहा कि नाबालिग की उम्र अठ्ठारह साल दर्ज करो और उसके साथ ठीक से मारपीट की जाए। ताकि आगे से ये शराब ठेकेदार ओमसिंह के खिलाफ शिकायत करना भूल जाए।
बहरहाल अब आईजी ने कहा है कि थाने में पिटाई और वीडियो बनाने की शिकायत दर्ज करवाई गई है। जिसपर एसपी को पत्र भेजा गया है। एसपी ने एडिशनल एसपी को जांच के आदेश दिये हैं।