मध्य प्रदेश

नियाज खान ने अपने ट्विटर बायो से हटाया आईएएस शब्द

बोले- आईएएस मेरी रोजी-रोटी का जरिया मात्र है, मुझे लेखक और आम भारतीय के रूप में जाना जाए

भोपाल। ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ किताब लिखने वाले मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने अपने ट्विटर बायो से आईएएस शब्द हटा लिया है। नियाज खान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि मैं इसे फिर कभी इस्तेमाल नहीं करूंगा। आईएएस मेरी रोजी-रोटी का एक जरिया मात्र है।

नियाज खान ने ट्विटर अकाउंट से आईएएस शब्द हटाते हुए लिखा- मैंने अपने ट्विटर अकाउंट से आईएएस शब्द हटा दिया है, मैं इसे फिर कभी इस्तेमाल नहीं करूंगा, आईएएस मेरी रोजी-रोटी का एक जरिया मात्र है, मुझे लेखक और भारत के एक आम आदमी के रूप में जाना जाना बेहतर लगता है, मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि मुझसे संबंधित लेख प्रकाशित करते समय आईएएस के स्थान पर राइटर शब्द का प्रयोग करें।

कौन हैँ नियाज खान

नियाज खान मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वे 2015 में आईएएस बनें। कई किताब लिख चुके नियाज खान पहली बार गैंगस्टर अबू सलेम पर किताब लिखकर चर्चा में आए थे। इसके बाद 2022 में कश्मीर फाइल्स फिल्म के विरोध के चलते सरकार के निशाने पर आए। ‘द कश्मीर फाइल्स को लेकर एक बहस में ट्वीट करके नियाज खान काफी चर्चा में आ गए थे।खान ने हाल ही में ब्राह्माण द ग्रेट किताब लिखी है। इसमें ब्राह्माणों को महान बताया गया है। उनकी इस किताब का विमोचन हाल ही में उज्जैन किया गया है। नियाज अपने धर्म की हिंसक छवि को मिटाने के लिए भी रिसर्च कर रहे हैं। उनका मानना है कि, इस्लाम के बदनाम होने के पीछे कई संगठनों की खराब छवि है। नियाज खान अपने बेबाक ट्वीट्स और लिखने के कारण अक्सर चर्चाओं में रहते हैं।

नियाज खान के उपन्यास पर बनी है आश्रम वेबसीरीज

ज्ञात हो कि, नियाज खान अभी तक छह से अधिक उपन्यास लिख चुके हैं। उनके एक उपन्यास पर आश्रम वेबसीरीज बनी है, जिसका क्रेडिट न मिलने पर नियाज खान आश्रम के निर्माता निर्देशक और कलाकार के खिलाफ न्यायालय में मामला दर्ज करवा चुके हैं।

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