मध्य प्रदेश

एमपी बोर्ड में लागू होगी नई शिक्षा नीति, विदेशी भाषा भी पढ़ सकेंगे छात्र, गणित का टेंशन भी होगा दूर

घर बैठे माशिमं संबंधी हर आवश्यकता का समाधान पा सकेंगे छात्र, एमपी बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन 9 मार्च से, मंडल मुख्यालय के कमांड कंट्रोल रूम से होगी मॉनिटरिंग

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मण्डल की कक्षा 10वीं एवं 12वीं की कॉपी जाँचने का कार्य 19 मार्च से जिला स्थित मूल्यांकन केन्द्रों पर प्रारंभ हो रहा है। सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल श्रीकांत बनोठ ने बताया कि प्रत्येक जिलें में समन्वयक संस्था में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। मण्डल मुख्यालय, भोपाल स्थित कमांड कंट्रोल रूम से शिक्षकों द्वारा कॉपी जाँचने संबंधी कार्य की मॉनिटरिंग होगी। इसमें विशेष कर यह ध्यान दिया जाएगा कि शिक्षक निर्धारित नियमों का अनुपालन करते हुए मूल्यांकन कर रहे हैं अथवा नहीं। शिक्षक एवं संलग्न स्टॉफ कॉपी जाँचने के दौरान मोबाईल का उपयोग तो नहीं कर रहा है एवं शिक्षक निर्धारित समय पर उपस्थित हो रहे हैं अथवा नहीं।

श्री बनोठ ने बताया कि मॉनिटरिंग के लिए प्रयुक्त सभी सीसीटीवी कैमरे 360 डिग्री रोटेट हो सकते हैं। ये कैमरे स्ट्रांग रूम, गलियारे एवं क्लास रुम में लगाए गए हैं। इन कैमरों का उपयोग परीक्षा कार्यों में भी किया जा सकेगा। जब मण्डल के प्रश्न-पत्र वितरित होंगे अथवा मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को कॉपी दी जायेगी तो मंडल मुख्यालय से निगरानी रखी जा सकेगी कि प्रश्न-पत्रों का वितरण नियमानुसार सुचारू रूप से हुआ है या नहीं एवं कॉपियों का मूल्यांकन गंभीरतापूर्वक किया जा रहा है या नहीं।

माध्यमिक शिक्षा मंडल की सभी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध

श्री बनोठ ने बताया कि कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्रों को अब बोर्ड ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। छात्रों से संबंधित सभी सेवाएँ अब ऑनलाईन उपलब्ध है। परीक्षा फार्म भरना हो अथवा अंक-सूची की डुप्लीकेट प्रति प्राप्त करना, सभी आवश्यक सेवाएँ अब ऑनलाईन उपलब्ध है। छात्र अपनी आवश्यकता अनुसार प्रतिलिपि अंक-सूची, प्रमाण-पत्र, अंक-सूची/प्रमाण-पत्रों में संशोधन, उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति, पुनर्गणना आदि सेवाएँ घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवाएँ ‘MPBSE ऐप’ के माध्यम से भी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मण्डल द्वारा वर्ष 2003 एवं उसके बाद के वर्षों में मण्डल परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का संपूर्ण डाटा ‘डिजी लॉकर’ में भी उपलब्ध करा दिया गया है। यह नवाचार छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश या रोजगार के समय अपने दस्तावेजों को प्रस्तुत करने में मददगार होगा।

अब विदेशी भाषा में भी पढ़ सकेंगे विद्यार्थी

माध्यमिक शिक्षा मण्डल निरंतर छात्र हित में अनेक कदम उठा रहा है, जिनका उद्देश्य प्रदेश के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी भूमिका में लाना है। मण्डल मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों को ध्यान में रख कर छात्रहित में परीक्षा प्रणाली में अनेक नवाचार एवं परिवर्तन कर रहा है। आगामी शिक्षा-सत्र से मण्डल छात्रों को क्षेत्रीय भाषाओं तथा कुछ विदेशी भाषाओं का चयन करने का विकल्प भी देने जा रहा है। विदेशी भाषाओं में मुख्य रूप से फ्रेन्च, जर्मन, स्पेनिश और रशियन भाषा चुनने के विकल्प होंगे। इससे ऐसे छात्रों को लाभ होगा जो अन्य देशों में उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए जाना चाहते हैं।

अगले सत्र से मंडल देने जा रहा बेसिक गणित की सौगात

सचिव शिक्षा मण्डल ने बताया कि 10वीं कक्षा के ऐसे छात्र जो आगे गणित विषय का अध्ययन नहीं करना चाहते हैं, उन छात्रों के लिए मण्डल आगामी सत्र से एक बड़ी सौगात बेसिक गणित के रूप में देने जा रहा है। जो छात्र गणित विषय लेकर आगे अध्ययन करना चाहते हैं, उनके लिए स्टेण्डर्ड गणित का विकल्प पहले की तरह उपलब्ध रहेगा। इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को 20 से बढ़ा कर 25 किया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों में रटने की प्रवृत्ति को कम करना है। साथ ही मण्डल द्वारा हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी में सभी मुख्य विषयों में एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम आधारित पुस्तकें लागू की गई है। मण्डल की इस पहल से प्रदेश के छात्रों को नीट, जेईई तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में काफी सुविधा होगी।

कक्षा 10वीं एवं 12वीं में होगी विषय चुनने की आजादी

श्री बनोठ ने बताया कि मण्डल विषय चयन में भी लचीलापन लाने जा रहा है। उदाहरण स्वरूप यदि छात्र चाहे तो गणित, भौतिक विज्ञान के साथ संगीत विषय भी पढ़ सकेंगे। विषय चयन में इस प्रकार का लचीलापन पश्चिमी देशों में ज्यादा लोकप्रिय है। यह पहल उन छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी होगी, जो परम्परागत विषयों में अरुचि होने के कारण अपनी पसंद का विषय नहीं पढ़ पा रहे हैं। कक्षा 12वीं के परीक्षार्थी वर्तमान समय की मांग के अनुसार कुछ अतिरिक्त विषय इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, इंटरप्रेन्योरशिप, लीगल स्टडीस, एप्लाईड मैथेमेटिक्स के रूप में ले सकेंगे। हाईस्कूल परीक्षा के छात्रों के लिए मण्डल द्वारा शीघ्र ही अतिरिक्त विषय के रूप में ऐसे विषय प्रस्तुत किए जायेंगे, जिससे उन्हें हायर सेकेण्डरी में अपनी पसंद का संकाय चुनने में मदद मिलेगी। यदि हाईस्कूल का छात्र चाहे तो वह वाणिज्य संकाय के विषय जैसे बुक कीपिंग, पेंटिंग, होम साईन्स, कम्प्यूटर एप्लीकेशन आदि में से कोई एक विषय ले सकेगा।

मण्डल मुख्यालय में 12 घंटे काउन्सलर की व्यवस्था

श्री बनोठ ने बताया कि मण्डल द्वारा कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए मनोवैज्ञानिक, अकादमिक एवं कैरियर कॉउंसलिंग संबंधी परामर्श के लिए टोल फ्री नंबर 18002330175 जारी किया गया है। इस पर छात्रों को परीक्षा के साथ निजी समस्याओं में भी सहायता, सलाह और मार्गदर्शन दिया जाता है । मण्डल की हेल्पलाइन सेवा प्रतिदिन अवकाश के दिनों सहित प्रातः 8 से रात्रि 8 बजे तक उपलब्ध रहती है। इस दौरान 18 कॉउन्सलर, छात्रों और अभिभावकों की सेवा में उपलब्ध रहते हैं। माह जनवरी 2023 से अब तक 23 हजार 535 परामर्श संबंधी कॉल्स मण्डल की हेल्पलाइन सेवा को प्राप्त हुए हैं, जिससे छात्रों की समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराया गया है।

मण्डल ने शुरू किया यूट्यूब चैनल

श्री बनोठ ने बताया कि इस वर्ष विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावकों और शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने के लिए मण्डल ने नवाचार किया है। मण्डल ने हेल्पलाइन सेवा में अपना यूट्यूब चैनल ‘mp board of secondary education’ शुरू करते हुए प्रेरक वीडियो तैयार किए हैं, जो कॉउन्सलर हेल्पलाइन सेवा के अतिरिक्त मंडल का अन्य नवाचार है। यूट्यूब चैनल पर शीर्षक ‘बातें काम की’ नाम से डाले गए वीडियो में छात्रों के नैतिक मूल्य संवर्धन, अनुशासन एवं मनोबल में वृद्धि सहित अनेक उत्साहवर्धक विषयों को शामिल किया गया है। मण्डल का यह नवाचार न सिर्फ विद्यार्थियों के लिए बल्कि शिक्षक, अभिभावक और अन्य सभी आमजन के लिए भी हितकर है। इसमें आयु का कोई बंधन नहीं है। यूट्यूब चैनल पर डाले गए वीडियो को देख कर कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आत्म-विश्वास एवं क्षमतावर्धन कर सकता है। यूट्यूब चैनल पर ‘प्रकृति से प्रेम’ ‘पढ़ने की आदत’ ‘अपनी प्रतिभा को पहचानना’ एवं ‘आत्म-विश्वास’ आदि विषयों पर वीडियो उपलब्ध हैं।

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