राजस्थान

माउंट आबू; कुल्लू-मनाली और मसूरी से भी ज्यादा ठंडा, सड़क पर जम गई बर्फ, दिसंबर में क्यों नहीं पड़ेगी कड़ाके की ठंड, जानें ….

जयपुर । राजस्थान में दिसंबर के महीने में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार कम ही हैं। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इस बार दिसंबर से लेकर फरवरी तक का जो पूर्वानुमान जारी हुआ है। उसमें न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास ही रहने वाला है। अधिकतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रहने की संभावना जताई है। इसे देखते हुए ये अनुमान जताया जा रहा है कि इस बार दिसंबर में लोगों को कड़ाके ठंड कम ही महसूस होगी।

मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक चूरू, झुंझुनूं, सीकर के अलावा सिरोही, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर एरिया में तापमान सामान्य या उससे थोड़ा नीचे दिसंबर के महीने में रह सकता है। हालांकि कोटा, भरतपुर संभाग में मौसम सामान्य बने रहने की उम्मीद है। जयपुर, अजमेर संभाग के कुछ जिलों में भी तापमान सामान्य रहने का अनुमान है। हालांकि दिन का अधिकतम तापमान इस बार सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना जताई है। यानी यहां दिन में तेज धूप निकलेगी और कोल्ड-डे की संभावनाएं कम रहेगी।

राजस्थान समेत पूरे उत्तर और मध्य भारत में सर्दी बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण ये वेस्टर्न डिर्स्टबेंस ही होते हैं। इन्हीं सिस्टम के कारण पहाड़ी एरिया (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, लद्दाख, उत्तराखंड) में बर्फबारी और बारिश होती है। ये सिस्टम जितने प्रभावशाली होते हैं। उतना ज्यादा ठंड का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिलता है।

सर्दी का असर राजस्थान के एकमात्र स्टेशन माउंट आबू पर पड़ रहा है। यहां पारा शून्य डिग्री पर पहुंच चुका है। माउंट आबू का रात का पारा देश के 10 हिल स्टेशन से भी नीचे आ गया है। यहां अचलगढ़-ओरिया नाके के बीच अगई माता मंदिर जाने के रास्ते में बर्फ जम गई।

भले ही राजस्थान में दिसंबर की शुरुआत शून्य डिग्री सेल्सियस के साथ हुई हो, लेकिन आने वाले 7-8 दिन तक राज्य के मौसम में कोई खास उलटफेर होने की संभावना नहीं दिख रही। इसके पीछे कारण उत्तर भारत में कोई प्रभावशाली वेस्टर्न डिर्स्टबेंस का एक्टिव नहीं होना है।

इस सिस्टम से ही राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सर्दियों के सीजन में बरसात (मावठ) होती है। बरसात से इन राज्यों में दिन का तापमान गिरता है और कोल्ड-डे और कोल्ड-वेव की स्थिति बनती है।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आज गिलगित, बाल्टिस्तान एरिया में हल्के प्रभाव का वेस्टर्न डिर्स्टबेंस एक्टिव होगा। इससे इन एरिया में हल्की बारिश और बर्फबारी होगी। इस सिस्टम के कारण अभी उत्तरी हवा का आना थोड़ा प्रभावित हो गया है। जनवरी में तापमान में थोड़ी गिरावट होगी, क्योंकि उत्तरी हवाएं एक बार फिर मैदानी इलाकों में आनी शुरू हो जाएगी। इस बीच राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में मौसम शुष्क रहेगा। राजस्थान में सभी शहरों में मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा और दिन में तेज धूप निकलेगी।

राज्य में आज के मौसम की स्थिति देखें तो कई शहरों में आज न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सीकर, कोटा, बाड़मेर, पाली, नागौर, हनुमानगढ़ और फतेहपुर में आज न्यूनतम तापमान 0.5 से एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़े है। वहीं करौली, बूंदी, टोंक, धौलपुर, जैसलमेर, जयपुर में न्यूनतम तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आया है।

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