छत्तीसगढ़बिलासपुर

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की मुहर चोरी कर बना मीडिया डायरेक्टर:’ऑल इंडिया क्राइम’ का बांट रहा था कार्ड, फर्जी साइन कर लगाई सील …

बिलासपुर। पुलिस ने शुक्रवार रात अधिवक्ता और एक फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की मुहर चोरी की और उनके फर्जी साइन कर दस्तावेज बनाए। इसके बाद फर्जी पत्रकार मीडिया संस्थान का डायरेक्टर बन गया और लोगों को आईडी कार्ड बांटना शुरू कर दिया। फर्जी पत्रकार कार में संस्थान का स्टीकर लगाकर घूम रहा था। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि सरकंडा के सांची कॉलोनी निवासी राजेश मैसी ने अपनी स्कॉड कार में ऑल इंडिया प्रेस का स्टीकर लगा रखा है और लोगों को ऑल इंडिया क्राइम मीडिया के आईडी कार्ड बांट रहा है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर कार को भारतीय नगर चौक पर रुकवा लिया। पूछने पर उसने खुद को ऑल इंडिया क्राइम प्रेस मीडिया का डायरेक्टर बताया। साथ ही उससे संबंधित सर्टीफिकेट और अन्य दस्तावेज पेश किए।

पुलिस ने दस्तावेज चेक किए तो उस पर ऑफिस ऑफ रजिस्ट्रार ऑफ न्यूज पेपर फॉर इंडिया एप्लिकेशन फॉर टाइटिल में CJM बिलासपुर का पदनाम, उनकी मुहर और साइन थे। साथ ही एक घोषणा पत्र भी मिला, जिसमें CJM का परमिशन था और उनके पदनाम वाली सील और उनके हस्ताक्षर भी थे। पुलिस को इस पर संदेह हुआ तो कोर्ट से थाने आने वाली डाक और अन्य दस्तावेजों से मिलान किया गया। इस पर हस्ताक्षर में भिन्नता मिली।

पुलिस ने आरोपी राजेश मैसी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि दिल्ली से दस्तावेज में मजिस्ट्रेट की सील और साइन भेजने के लिए कहा गया था। इस पर उसने अधिवक्ता राहुल गोस्वामी से संपर्क किया। अधिवक्ता राहुल गोस्वामी ने ही दस्तावेजों में CJM की मुहर और साइन करवा कर दिया था। इस पर पुलिस ने कस्तूरबा नगर निवासी अधिवक्ता राहुल गोस्वामी को भी पूछताछ के लिए बुला लिया। पूछताछ में अधिवक्ता राहुल गोस्वामी ने कोर्ट से सील चोरी किए जाने की बात स्वीकारी।

पूछताछ में अधिवक्ता ने बताया कि उसने और राजेश मैसी ने करीब 4 माह पहले CJM डमरूधर चौहान की मुहर चोरी की थी। इसका इस्तेमाल कर उन्होंने कई फर्जी दस्तावेज बनाए। उसमें जज के फर्जी साइन भी किए। राजेश मैसी की मैग्जीन के लिए भेजे गए आवेदन पत्र में भी CJM के जाली हस्ताक्षर और सील लगे हुए थे। इस रैकेट में कई अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका लेकर पूछताछ की जा रही है। अगस्त में सील चोरी की FIR दर्ज कराई गई थी।

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