मध्य प्रदेश

जेल में बंद रेप के आरोपी मिर्ची बाबा का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया

बाबा को जांच के लिए जेपी अस्पताल लेकर पहुंची पुलिस, बाबा को देख पीड़िता बोली- इससे बड़ा पापी नहीं, तुझे फांसी होनी चाहिए

भोपाल। जेल में बंद रेप के आरोपी मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यानंद गिरि और पीड़ित महिला का जेपी अस्पताल में डीएनए जांच के लिए सेंपल लिया गया। पुलिस सेंपल लेने के लिए उसे जेपी अस्पताल लेकर पहुंची, उसी समय बाबा पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला को भी पुलिस सुरक्षा में अस्पताल लाया गया। पीड़िता का बाबा से आमना-सामना हुआ तो उसे देखते ही महिला बिफर गई और उसने बाबा को खूब खरी-खोटी सुनाई। वहीं, जेपी अस्पताल में मिर्ची बाबा बेखौफ दिखा। उसके चेहरे पर न तो शिकन थी और ना ही कोई पछतावा नजर आ रहा था। अस्पताल में भी वह राजनीति करने से बाज नहीं आया। वह नेताओं की तरह हाथ जोड़कर मौजूद लोगों का अभिवादन करता दिखा

खूंखार कैदियों के बीच रह रहा बाबा जेल से बाहर निकलने के लिए हो रहा बेचैन

ज्ञात हो, 8 अगस्त 2022 को रायसेन की 28 साल की महिला ने वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा के खिलाफ रेप और धमकी का केस दर्ज कर कराया था। केस दर्ज होने के बाद बाबा फरार हो गया था। पुलिस ने उसे ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया था। तब से बाबा भोपाल की केन्द्रीय जेल में बंद है। 24 घंटे नेताओं, चेलाओं से घिरा रहने वाला मिर्ची बाबा जेल की सलाखों के पीछे खूंखार कैदियों के बीच दिन बिता रहा है। वह जेल से बाहर निकलने के लिए बेचैन है। बचाव के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहा है। अब तक उससे जेल में मिलने के लिए भी कोई नेता या चेला नहीं पहुंचा। सिर्फ उसके वकील ही मुलाकात करने पहुंचते हैं।

पीड़िता बोली- मुझे मरवाने की धमकी देता था, मुझे मार ही देना, बच गई तो छोड़ूंगी नहीं

डीएनए टेस्ट के लिए सेंपल के लिए पुलिस मिर्ची बाबा को अस्पताल लेकर गई। लेकिन, जब सेंपल के बाद बाबा को वापस जेल ले जाया जा रहा था, तब पुलिस चौकी पर बैठी पीड़िता उसे देखकर विफर गई। बोली -भगवा कपड़े पहनकर हिन्दू धर्म को बदनाम कर रहा है। इससे बड़ा पापी इस धरती पर नहीं है। तुझे तो फांसी होनी चाहिए। मेरी नजर में तो वो भी कम है। ये बहुत घटिया इंसान है। अब कमलनाथ साथ देने नहीं आ रहे? अब बुला कमलनाथ को। मुझे कमलनाथ की धमकी दे रहा था, अब बुला ले कमलनाथ को, मेरा क्या कर लेगा? मुझे गोली मार देगा क्या? मार दे, हम तो सच्चाई के पीछे चल रहे हैं। मैं हर जगह अकेले जाती हूं। जहां मर्जी आए, वहां गोली मार देना। सीधे सीने पर मारना और बच गई तो छोडूंगी नहीं। इसी बीच पुलिस बाबा को लेकर रवाना हो गई। इसके बाद पीड़िता को भी जांच के लिए ले जाया गया।

अस्पताल में भी राजनीति करने से बाज नहीं आया बाबा

जेल से लाने के बाद पुलिस ने भगवा कपड़े पहने बाबा को जेपी अस्पताल की पुलिस चौकी में बैठाए रखा। इस दौरान मिर्ची बाबा मेडिकल स्टॉफ, पुलिसकर्मियों से चर्चा करता रहा कि भाजपा सरकार ठीक नहीं है। कांग्रेस को वोट करें, अच्छी सरकार है। पुलिस ने जब उसे अस्पताल से जेल के लिए पुलिस वाहन में बैठाया तो उसने हाथ जोड़कर सबका अभिवादन किया। वहीं, महिला थाना प्रभारी अंजना धुर्वे ने बताया कि रेप के आरोपी बाबा का डीएनए सैंपल पहले नहीं लिया गया था। बुधवार को टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट मिलने के बाद कोर्ट में पेश की जाएगी। वहीं, बाबा के वकील श्रीकृष्ण धौसेला ने बताया कि पुलिस ने किसके आदेश पर मेरे अभियुक्त का डबल से मेडिकल कराया है। इसकी जानकारी पुलिस और कोर्ट की तरफ से नहीं दी गई। इस संबंध में कोर्ट के समक्ष मैं अभियुक्त का पक्ष रखूंगा।

566 पेज के चालान में 414 पेज में सिर्फ बाबा के मोबाइल की कॉल डिटेल

उल्लेखनीय है कि, करीब तीन महीने पहले पुलिस ने भोपाल कोर्ट में 566 पेज में चालान पेश था। इनमें से 414 पेज बाबा के फोन की कॉल के डिटेल हैं। पुलिस का कहना है कि बाबा ने दावा किया था कि महिला जिस दिन की घटना बता रही है, वह उस दिन भोपाल में नहीं था, जबकि कॉल डिटेल में बाबा के मोबाइल की लोकेशन भोपाल के मिनाल रेसीडेंसी में ही बता रही है। पीड़िता की मोबाइल लोकेशन भी यहीं की मिली है।

कोर्ट ठुकरा चुका बाबा की पोटेंसी टेस्ट की मांग

मिर्ची बाबा ने हाल में अपने वकील के जरिए कोर्ट में दो मांग की थी। कोर्ट को दिए आवेदन में वकील श्रीकृष्ण धौसेला ने कहा था कि अभियुक्त (मिर्ची बाबा) 9 अगस्त 2022 से न्यायिक अभिरक्षा में है। वह नागा साधु है। शारीरिक संबंध बनाने की क्रिया में वह असमर्थ है। राजनीतिक छवि, भविष्य को बर्बाद करने के उद्देश्य से उसके खिलाफ ऐसे आरोप लगाए गए हैं। इस आधार पर पांच सदस्यीय डॉक्टर की टीम से पोटेंसी टेस्ट (संबंध बनाने की क्रिया के संबंध में परीक्षण) कराया जाए। इसका अभियोजन पक्ष ने मौखिक विरोध किया था। इस पर कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि केस की जांच की कार्रवाई पूरी होकर चालान पेश हो चुका है। अब कोई कार्रवाई बाकी नहीं है। वहीं, वकील ने दूसरे आवेदन में बताया कि वह नागा संत की शंकर परंपराओं का पालन करता है। इसमें उसे सिर के बाल, दाढ़ी के बाल माथे पर चंदन का लेप लगाकर रखने पड़ते हैं। जेल अधिकारी उसके बाल कटवाने का दबाव बनवाते हैं। इस पर कोर्ट ने आवेदन स्वीकार कर केन्द्रीय जेल अधीक्षक को आदेश दिया था कि अभियुक्त के धार्मिक एवं संवैधानिक अधिकारों की जेल नियमावली अनुसार सुरक्षा की जाए।

कौन है मिर्ची बाबा!

मिर्ची बाबा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का करीबी माना जाता है। कमलनाथ सरकार में बाबा को राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया गया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में कम्प्यूटर बाबा और मिर्ची बाबा राजनीति में सक्रिय हुए थे। लेकिन, साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान वह उस समय ज्यादा चर्चा में आ गए थे, जब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत के लिए भोपाल में 5 क्विंटल लाल मिर्ची का हवन किया था। उस समय मिर्ची बाबा ने ऐलान किया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वो जल समाधि ले लेंगे। इसके बाद जब परिणाम आए और दिग्विजय सिंह हार गए तो बाबा ने जल समाधि लेने के लिए भोपाल कलेक्टर से अनुमति मांगी थी, जो नहीं मिली थी। उसके बाद अगस्त 2022 में मिर्ची बाबा उस समय फिर सुर्खियों में आ गए जब, रायसेन की रहने वाली 28 साल की महिला ने उस पर रेप का केस दर्ज कराया।

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