रायपुर

चुनावी गर्मी के बीच सरकार ने कहा- शीतलहर से बचने करें समुचित बंदोबस्त

रायपुर {प्रमोद शर्मा} । भूपेश बघेल सरकार द्वारा राज्य में शीतलहर की परिस्थितियों में सभी समुचित उपाय करने के निर्देश संभागीय आयुक्त, सभी जिला कलेक्टर व मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों को दिए गए हैं। न्यूनतम तापमान 10 सेंटीग्रेट से कम होने पर उसे शीतलहर का मानक माना जा सकता है। शीतलहर प्रकोप की स्थिति में स्कूलों के समय में परिवर्तन करने का निर्देश दिया गया है जो अलग-अलग स्थानों में वहां की परिस्थितियों के अनुरूप हो सकता है।

इस संबंध में छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह ने राज्य में शीतलहर, पाला आदि से बचाव हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य में प्राय: दिसंबर माह के आखरी सप्ताह तथा जनवरी माह के मध्य तक शीतलहर की स्थिति बन जाती है। दो दिनों पूर्व राज्य के बहुत से स्थानों पर बारिश भी हुई है। इसके बाद बदली छंटने से कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी है। उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में पहले से है जिसका असर आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में भी होगा।

सचिव द्वारा जारी निर्देश में रैन बसेरा, अस्थायी शरण स्थलों की व्यवस्था इन स्थानों में कंबल तथा अलाव की व्यवस्था व आवश्यक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराने को कहा गया है। शीतलहर की स्थिति में स्कूलों के समय में परिवर्तन करने का भी निर्देश दिया गया है। शीत प्रकोप के चलते रबी फसलों के बचाव की समुचित व्यवस्था करने को कहा गया है। शीतलहर के कारण किसी भी व्यक्ति की मृत्यू होने पर तत्काल राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को सूचित करने तथा नियमानुसार आर्थिक अनुदान प्रदान करने को कहा गया है। पत्र में इस बात का भी उल्लेख है कि शीतलहर से बचाव के प्रचार प्रसार प्रचार माध्यमों से किया जाए।

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