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हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर उनकी अपने चाचा पशुपति पारस से टकराव जारी, वैशाली लोकसभा सीट पर दावा ठोका है

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव से पहले लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान बिहार में चर्चा में बने हुए हैं। उनकी एनडीए से नाराजगी और महागठबंधन से ऑफर मिलने पर सियासत गर्माई हुई है। हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर उनकी अपने चाचा पशुपति पारस से टकराव जारी है। इस बीच उन्होंने वैशाली लोकसभा सीट पर भी दावा ठोका है। चिराग ने कहा कि अगले पांच साल वैशाली में उनकी ही पार्टी से सांसद रहेगा। चिराग ने गठबंधन पर कहा कि उनका तालमेल और अलायंस बिहार की जनता के साथ है।

जमुई से सांसद चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर के साहेबगंज प्रखंड के हरि सिंह उच्च विद्यालय मैदान में रविवार को जन आशीर्वाद सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह वैशाली की धरती को नमन करते हैं। राजनीतिक साजिश कर उनके परिवार को तोड़ने की कोशिश की गई। घर तोड़ने की कोशिश की गई। पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया गया। मगर चिराग पासवान साजिशकर्ता के आगे ना झुका और ना ही डरा, बल्कि अपने पिता के आदर्श पर आगे बढ़ते रहा। वे आज बिहार फर्स्ट और बिहार फर्स्ट के थीम को आगे बढ़ा रहे हैं। इसमें अपार सफलता भी मिली है।

चिराग ने मंच से बिहार में नीतीश सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की नीति पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह नीति ठीक होती तो बिहार रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करते। लोजपा (रा) ने बिहार को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि वैशाली के अगले पांच साल के लिए लोजपा (रा) के सांसद ही रहेंगे। वह वैशाली की जनता को अपना सेवा देंगे। चिराग पासवान बिहारी की समस्या को सुलझाने के लिए काफी है। 

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