नई दिल्ली

तेलंगाना की धरती से पीएम नरेंद्र मोदी ने अंधविश्वास पर रोक लगाने की अपील, कहा- विज्ञान अपनाएं…

नई दिल्ली ।  नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुरुवार को राज्य के सीएम के. चंद्रशेखर राव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेलंगाना का आंदोलन इसलिए नहीं चला था कि कोई एक परिवार राज्य के लोगों के सपनों को कुचलता रहे। कोई एक ही परिवार साम-दाम-दंड-भेद का रास्ता अपनाकर तेलंगाना को तबाह करने की साजिश रचता रहे। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं यूपी के मुख्यमंत्री को तेलंगाना की धरती से बधाई देना चाहूंगा। किसी ने उनसे कहा कि उन्हें उस स्थान पर नहीं जाना चाहिए लेकिन योगी ने कहा कि वह साइंस में यकीन रखते हैं और वहां के लिए निकल गए। आज वह दोबारा मुख्यमंत्री बने हैं।’

इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें तेलंगाना को उन लोगों से बचाना होगा, जो अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस टिप्पणी से तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा, जिन पर अंधविश्वासी होने के आरोप लगते रहे हैं। पूर्व सांसद के. विश्वेश्वर रेड्डी ने उन पर अपने अंधविश्वास के चलते लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था। दरअसल 2016 में ये चर्चाएं चली थीं कि वास्तु को लेकर चिंतित केसीआर ने नए घर में शिफ्ट होने का फैसला लिया था। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी जब हैदाराबाद में थे तो राज्य के सीएम के. चंद्रशेखर राव बेंगलुरु में थे और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा से मीटिंग कर रहे थे।

यह लगातार दूसरा मौका था, जब सीएम ने पीएम मोदी की अगवानी न करने का फैसला लिया। इससे पहले भी फरवरी में ऐसा हुआ था, जब वह पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए नहीं पहुंचे थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ की जिस वाकये के लिए तारीफ की है, वह नोएडा से जुड़ा है। दरअसल नोएडा को लेकर यह मिथक माना जाता था कि जो भी सीएम यहां आता है, वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता। इसके अलावा उसका दोबारा सत्ता में आना मुश्किल होता है। इस मिथक के बाद भी योगी आदित्यनाथ नोएडा के दौरे पर गए थे। इसी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की और उन्हें विज्ञान पर भरोसा करने वाला नेता बताया।

तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि एक परिवार को समर्पित पार्टियां जब सत्ता में आती हैं तो कैसे एक परिवार के लोग करप्शन का चेहरा बन जाते हैं। यहां के लोग देख रहे हैं कि परिवारवादी पार्टियां किस तरह सिर्फ अपना विकास करती हैं। अपने परिवार के लोगों की तिजोरियां भरती हैं। इन परिवारवादी पार्टियों को गरीब के दर्द और तकलीफ की कोई चिंता और परवाह नहीं होती। इनकी राजनीति सिर्फ इस बात पर केंद्रित होती है कि एक परिवार लगातार किसी तरह सत्ता पर कब्जा करके लूटता रहे। इसके लिए ये लोग समाज को बांटने की साजिश रचते हैं। जनता के विकास में उनकी कोई रुचि नहीं होती है।

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