मध्य प्रदेश

इस साल पहली बार तवा डैम के खुले 5 गेट, 44 हजार क्यूसेक छोड़ा जा रहा पानी …

भोपाल / होशंगाबाद। प्रदेश के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है। होशंगाबाद, पचमढ़ी और बैतूल क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। इसका असर हुआ कि 3 माह बाद सीजन में पहली बार तवा डैम के 5 गेट 5 फीट तक बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे खोले गए। इनसे 44 हजार 65 क्यूसेक पानी छोड़ा जा है। इसकी वजह से नर्मदा का जलस्तर बढ़ने लगा है। तवा डैम का जलस्तर सीजन में पहली बार अधिकतम जलस्तर 1166 फीट के करीब पहुंचा है। पिछले साल से 24 दिन देरी से बुधवार को डैम के 5 गेट खोले गए। डैम में 13 गेट हैं।

पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण मध्यप्रदेश के कई जिलों में मंगलवार पूरी रात बारिश हुई। कैंचमेंट क्षेत्र बैतूल और पचमढ़ी क्षेत्रों में अच्छी बारिश की वजह से तवा डैम में जलस्तर बढ़ा। इससे तवा डैम के खोले गए है। पिछले साल 22 अगस्त को पहली बार तवा बांध के 5 गेट खोले गए थे। इस बार 15 सितंबर को सुबह गेट खोले गए। इधर तवा का पानी आने से होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर में बढ़ोतरी हुई। नर्मदा नदी का जलस्तर 937 फीट पहुंच गया, जो खतरे के निशान से 31 फीट नीचे है।

बारना डैम : बारना डैम में जलस्तर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। 6 दिन में केवल सवा फीट बढ़ा है। 10 सितंबर को जलस्तर 1137 फीट था। 15 सितंबर को 1138 फीट हो गया। दो दिन से बढ़ोतरी हो रही। 13 सितंबर को 1127 फीट था, बुधवार को पानी बढ़ा। कैचमेंट एरिए में कम बारिश की वजह से यह स्थिति बनी है।

बरगी डैम : नर्मदा के उद्गम क्षेत्र व बरगी डैम के ऊपरी क्षेत्र में बारिश कम हो रही। इस वजह से धीमी गति से बरगी का जलस्तर बढ़ रहा। 5 दिन में लगभग दो फीट डैम में पानी बढ़ा है। मंगलवार को सुबह 1382 फीट जलस्तर से था। बुधवार सुबह तक एक फीट बढ़कर 1383 हो गया है। बरगी डैम से एक बार भी पानी नहीं छोड़ा गया है।

नर्मदा नदी (सेठानी घाट) : होशंगाबाद में नर्मदा नदी में तेजी से पानी बढ़ रहा है। पिछले 2 दिन में आधे फीट पानी की बढ़ोतरी हुई। 937 फीट जलस्तर पहुंच गया। नर्मदा में जलस्तर बढ़ने से एक फीट ऊंची लहरें उठ रही है। नर्मदा खतरे का निशान 967 फीट है।

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