लखनऊ/उत्तरप्रदेश

मिस कॉल पर 4 बच्चों के पिता से हुआ प्यार, ब्लात्कार की हुई शिकार; 4 हजार में बिकने से बची नाबालिग….

लखनऊ। ‘प्यार की मिस कॉल’ एक हिंदी रोमांस ड्रामा कॉमेडी है, लेकिन लोग अब इसे अपनी जिंदगी में उतारने लगे हैं। कई की जिंदगी संवर जाती है तो कई बार तबाह हो जाती है। मिस कॉल से हुए प्यार के ताजा मामले में अलीनगर थाना क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की अस्मत लुटने के बाद बिकते-बिकते बच गई।

पूर्णिया जिले की पुलिस अगर सही समय पर कार्रवाई नहीं करती तो 15 वर्षीय पीड़िता चार हजार रुपये में बिक जाती। सच्चाई जानने के बाद पीड़िता के पैर तले से जमीन खिसक गई। जिससे मिस कॉल पर उसको प्यार हुआ वही उसके शरीर का सौदागर बन गया।

पीड़िता फिलहाल सोमवार को अपने परिवार के घर पहुंची, लेकिन वह न तो बोलने की स्थिति में है और न ही चलने की। होती भी कैसे? बिना चेहरा देखे वह चार बच्चों के पिता से प्यार कर बैठी। जिसके प्यार में इस कदर दीवानी हुई कि उसने अपने माता-पिता की दहलीज को एक अनजान के लिए त्याग दिया। अलीनगर से दरभंगा शहर पहुंच गई।

दिल्ली मोड़ बस स्टैंड पर इंतजार कर रहे प्रेमी से मिलने के लिए वह दौड़ते-भागते पहुंच गई। जहां जालसाज प्रेमी को देख एक पल के लिए वह उदास तो हुई लेकिन, जब स्वजन की चौखट को वह लांघ चुकी थी तो वापस जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।

उसने अधेड़ के साथ ही अपना जीवन व्यतीत करने का संकल्प ले लिया। फिर क्या था, पीड़िता अपने प्रेमी के साथ बस में बैठकर पूर्णिया के लिए रवाना हो गई। उधर, स्वजन पीड़िता की खोज में भटकते रहे। पूर्णिया पहुंचते ही प्रेमी पीड़िता को सबसे पहले लाइन बाजार स्थित एक लॉज में ले गया। जहां पूरी रात दुष्कर्म किया। सुबह होने के साथ ही वह ग्राहक की खोज में जुट गया।

कई लोगों से संपर्क कर दस हजार में लड़की उपलब्ध कराने की बात कहने लगा। इसकी जानकारी पूर्णिया के खजांची सहायक थाने की पुलिस को मिली। इसके बाद थानाध्यक्ष रंजीत कुमार महतो और चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक मयूरेश गौरव ने पीड़िता को बरामद करने के लिए जाल बिछाया।

आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस वाले दलाल के माध्यम से ग्राहक तक बन गए। 24 मई (बुधवार) को पूर्णिया जिले के अमौर थानाक्षेत्र निवासी रोजीद बोस्ता से सादे लिबास वाले पुलिस से बात हुई।

वह पीड़िता को दूसरी जगह बेचने के लिए ले जाने की तैयारी में था। हालांकि, सामने ग्राहक को देख वह खुश हो गया। बात करने पर पहले आरोपित ने नाबालिग पीड़िता की कीमत दस हजार लगाई। बाद में आठ हजार पर आया।

इसके बाद पांच हजार और फिर बोला चार से कम में नहीं देंगे। इतना कहते ही पुलिस वालों ने उसे दबोच लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने पीड़िता को बरामद कर लिया। उधर, पूछताछ में चार बच्चों के पिता आरोपित रोजीद बोस्ता ने बताया कि उसका ससुराल खजांची सहायक थाना क्षेत्र में है।

जहां वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता है। उधर, चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक मयूरेश गौरव ने बताया कि सूचना पर पीड़िता के स्वजन पहुंचे। पीड़िता को पूरी कार्रवाई के बाद उन्हें सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि आगे इस तरह की घटना को देखते हुए परिवार और समाज के लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।

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